लोक बंधु बना राजधानी लखनऊ का तीसरा सबसे बड़ा अस्पताल, 6 लाख मरीजों को मिलेगी राहत

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Lok Bandhu hospital

लोक बन्धु अस्पताल राजधानी में बलरामपुर और सिविल अस्पताल के बाद तीसरा बड़ा सरकारी अस्पताल हो गया है। यहाँ 318 बेड पर मरीजों की भर्ती शुरू हो गई है। नवजात बच्चों के लिए विशेष नवजात देखभाल इकाई (एसएनसीयू) , इमरजेंसी, आईसीयू, प्रसव, हड्डी, आंख, मेडिसिन, सर्जरी की सुविधा है।

छोटे व बड़े सभी ऑपरेशन शुरू हो गए हैं। इमरजेंसी में 16 बेड के साथ ही गंभीर मरीजों के इमरजेंसी में चार बेड का आईसीयू भी शुरू हो गया है। सुविधाएं बढ़ने से ओपीडी में मरीजों की संख्या डेड़ से दो हजार पहुंच गई है। कानपुर रोड, सरोजनीनगर, आलमबाग, कृष्णानगर, आशियाना और तेलीबाग के छह लाख से अधिक लोगों को बड़ी राहत मिली है।

लोक बन्धु अस्पताल के चिकित्सा अधीक्षक डॉ. अजय शंकर त्रिपाठी बताते हैं कि कोविड से पहले यहां सिर्फ 100 बेड पर मरीज भर्ती हो रहे थे। अप्रैल वर्ष 2020 में कोरोना के मामले बढ़ने पर यहां 300 बेड पर संक्रमित मरीज भर्ती होने लगे थे। तीसरी लहर कम होने पर सभी बेड पर सामान्य मरीजों की भर्ती शुरू हो गई है।

डॉ. अजय शंकर त्रिपाठी बताते हैं कि अस्पताल में गर्भवती महिलाओं और नवजात के लिए अलग अलग वार्ड और ऑपरेशन थियेटर हैं। आंख, हड्डी, मेडिसिन, सर्जरी, गायनो, दांत, आयुर्वेदिक, होम्योपैथ, बाल रोग विशेषज्ञ डॉक्टरों की ओपीडी संचालित हो रही है।

जांच की सुविधा
डॉ. त्रिपाठी के मुताबिक अस्पताल में पैथालॉजी है। यहां पर कैंसर, लिवर, किडनी से लेकर खून व पेशाब से जुड़ी जरूरत वाली सभी जाँचें हो रही हैं। इसके अलावा अल्ट्रासाउंड, एक्सरे, ईसीजी है। सिटी स्कैन मशीन लग रही है।

छह ऑपरेशन थियेटर क्रियाशील
अस्पताल में एक इमरजेंसी ओटी, आंख, हड्डी, सर्जरी (हॉर्निया, गालब्लेडर, हाइड्रोसील) व महिलाओं के प्रसव के लिए दो ऑपरेशन थियेटर हैं। ऑक्सीजन जनरेटर भी यहां तैयार है। अब अस्पताल में गम्भीर मरीजों को ऑक्सीजन की किल्लत नही होगी।