अमरोहा में भाजपा के हसनपुर से प्रत्याशी ने निकाला चुनावी ,जुलूस आचार संहिता और कोरोना गाइडलाइन की उड़ीं धज्जियां

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BJP Hasanpur candidate
BJP Hasanpur candidate

उत्तर प्रदेश के विधानसभा चुनाव के मद्देनजर चुनाव आयोग ने भले ही रैलियों और रोड शो पर रोक लगा रखी हो, लेकिन जमीनी हकीकत उससे उलट है. जहां पर अमरोहा से बीजेपी प्रत्याशी आचार संहिता और कोविड-19 नियमों की जमकर धज्जियां उड़ाते दिख रहे हैं. वहीं, हसनपुर प्रत्याशी महेंद्र सिंह खड़कवंशी ने सैकड़ों कार्यकर्ताओं के साथ जुलूस निकाला. साथ ही सैकड़ों की संख्या में समर्थक ढोल बाजे के साथ नारेबाजी की. इसके अलावा जुलूस में बगैर मास्क लगाए कोविड-19 नियमों की उलंघन करते दिखे. वहीं,  जुलूस निकालने के बाद भी पुलिस प्रशासन ने कार्रवाई करने की जहमत नहीं उठाई.

दरअसल अमरोहा के विधायक जी को इस बात से बिल्कुल फर्क नहीं पड़ता कि चुनावी आचार संहिता लागू है, चुनाव आयोग ने रैलियों और रोडशो पर रोक लगा रखी है. अब ये समझिए की विधायक और उनके समर्थक इतने खुश क्यों हो गए कि नियमों को ठेंगा दिखा दिया. चूंकि बीजेपी ने उम्मीदवारों की लिस्ट जारी की है, जिसमें 20 सीटिंग विधायकों का टिकट कट गया, लेकिन महेंद्र खड़गवंशी का टिकट नहीं कटा, इसीलिए उनके समर्थक और खुद विधायक जी गाजे बाजे के साथ माहौल बनाने के लिए सड़क पर उमड़ पड़े.

हालांकि ऐसा ही दूसरा नजारा मुजफ्फरनगर के बुढ़ाना में था. जहां बीजेपी विधायक उमेश मलिक का टिकट बीजेपी ने नहीं काटा. इस बात से उनके समर्थक इतने खुश हुए कि रोड शो कर दिया. ऐसे में आचार संहिता उल्लघंन की जानकारी लगते ही मुजफ्फरनगर पुलिस एक्टिव हो गई और विधायक समेत 14 लोगों के खिलाफ पैंडेमिक एक्ट और चुनावी नियम तोड़ने का मुकदमा दर्ज कर लिया.

वहीं, सबसे दिलचस्प तस्वीर बागपत से आई है यहां सिंघावली अहीर इलाके में रात के अंधेरे में बीजेपी विधायक चुनाव प्रचार करने पहुंच गए. ऐसे में सबसे आगे ढोल लिए एक शख्स चल रहा था, जो ढोल बजाकर लोगों को आगाह कर रहा था कि विधायक  आए हैं, पीछे पीछे बीजेपी विधायक और उनके समर्थक चल रहे थे. इस दौरान किसी ने विधायक और उनके समर्थकों की तस्वीर रिकॉर्ड कर ली, हालांकि विधायक के साथ जो पुलिस वाले थे, उन्होंने रिकॉर्डिंग करने वाले को डांट दिया. जिसके बाद मोबाइल कैमरा बंद हो गया.