छत्तीसगढ़ के सीएम भूपेश बघेल ने चुनाव आयोग पर उठाए सवाल कहा अमरोहा के प्रत्याशी पर क्यूँ नहीं दर्ज हुई FIR

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Bhupesh baghel
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चुनाव आचार संहिता के उल्लंघन मामले में केस दर्ज होने के बाद सीएम भूपेश बघेल ने कई सावल उठाए हैं. उन्होंने चुनाव आयोग की भूमिका पर ही सवाल खड़े कर दिए. छत्तीसगढ़ के सीएम ने कहा कि निर्वाचन आयोग को अपनी भूमिका निष्पक्ष रखनी चाहिए. उन्होंने कहा कि नोएडा में उनके चुनाव-प्रचार पर FIR दर्ज की गई है, जब कि अमरोहा में बीजेपी मंत्री ने भी इसी तरह से चुनाव प्रचार किया, उन पर कार्रवाई क्यों नहीं की गई. कांग्रेस नेता ने कहा कि प्रचार के समय उनके साथ सिर्फ चार लोग थे, इनमें प्रत्याशी, कांग्रेस जिलाध्यक्ष शामिल हैं. सीएम बोले कि इसके अलावा यूपी पुलिस और उनके सिक्योरिटी गार्ड्स और मीडिया वहां पर थी.

भूपेश बघेल ने कहा कि कांग्रेस के प्रति लोगों के उत्साह की वजह से तंग गलियों में भीड़ जमा हो गई. उन्होंने बीजेपी पर तंज कसते हुए कहा कि रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के बेटे के खिलाफ प्रचार करने पर यह सब तो होगा ही. मीडिया से बातचीत में भूपेश बघेल ने कहा कि उन पर ही FIR क्यों हुई. उन्होंने कहा कि लोग अगर मिलने आ रहे हैं तो कैसे करेंगे. कांग्रेस नेता ने पूछा कि बिना मिले चुनाव-प्रचार कैसे होगा. यह उनको बताना चाहिए, फिर वह उसी तरह से वह प्रचार करना शुरू कर देंगे. सीएम बघेल ने सवाल उठाया कि अगर उन पर कार्रवाई की गई है तो अमरोहा में बीजेपी नेता पर क्यों नहीं हुई.

भूपेश बघेल ने कहा कि बीजेपी के मंत्री पिछले पांच दिनों से डोर-टू-डोर चुनाव-प्रचार कर रहे हैं, उनके खिलाफ कार्रवाई क्यों नहीं हुई. उन्होंने चुनाव आयोग की भूमिका पर सवाल उठाते हुए कहा कि उन्हें अपनी भूमिका निष्पक्ष रखनी चाहिए. जब शुरू से ही निष्पक्षता नहीं दिख रही है तो आगे क्या ही उम्मीद की जाए. बता दें कि कांग्रेस नेता आज भी चुनाव-प्रचार कर रहे हैं. वह आज गौतमबुद्धनगर जिले के दादरी और जेवर विधानसभा में बिसरख, दुजाना, देउता और गोपालगढ़ में डोर-टू-डोर प्रचार कर रहे हैं. उनके साथ इस दौरान स्थानीय नेताओं के साथ ही कई पदाधिकारी भी मौजूद हैं.

जानकारी के मुताबिक, नोएडा के सेक्टर 113 पुलिस ने दादरी के SDM की शिकायत पर कोरोना महामारी एक्ट का उल्लंघन मामले में भूपेश बघेल पर केस दर्ज किया है. बता दें कि सीएम भूपेश बघेल रविवार को सोरखा गांव के साथ ही अन्य जगहों पर चुनाव प्रचार कर रहे थे. वह कांग्रेस प्रत्याशी पंखुड़ी पाठक के लिए डोर-टू डोर प्रचार कर रहे थे, इस दौरान उनके साथ समर्थकों की भीड़ मौजूद थी. इसे चुनाव आयोग की गाइडलाइन का उल्लंघन माना गया है. चुनाव आयोग ने साफ किया है कि 5 से ज्यादा लोग डोर-टू डोर चुनाव-प्रचार के लिए नहीं जा सकते.