उत्तर प्रदेश को 12 प्राइवेट आयुर्वेदिक कॉलेजों की सौगात

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UP ayurvedic college
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एक तरफ मानक पूरे न होने पर 12 आयुर्वेद कॉलेजों की मान्यता रद्द हुई। दूसरी तरफ इतने ही आयुर्वेदिक कॉलेजों में दाखिले को हरी झंडी मिली। जिसमें 10 नए व दो पुराने कॉलेज शामिल हैं। इन कॉलेजों में बैचलर ऑफ आयुर्वेदिक मेडिसिन एंड सर्जरी (बीएएमएस) की 920 सीटें हैं।

यूपी नीट आयुष काउंसिलिंग 2022 का दूसरा चक्र शुरू हो गया है। आठ राजकीय आयुर्वेदिक कॉलेज हैं। गुरुवार को बीएएमएस, बीएचएमएस, बीयूएमएस में दाखिले के लिए छात्रों ने ऑनलाइन पंजीकरण किया। इस सत्र में 12 मेडिकल कॉलेजों की मान्यता निरस्त हुई थी। इनमें अब दो कॉलेजों की मान्यता कोर्ट से बहाल हो गई है। अधिकारियों के मुताबिक 10 नए प्राइवेट कॉलेजों को केंद्रीय आयुर्वेदिक चिकित्सा परिषद ने मान्यता दी है। ऐसे में इन कॉलेजों में बीएएमएस में दाखिले के अवसर बढ़ गए हैं। 10 नए आयुर्वेद मेडिकल कॉलेजों में 760 बीएएमएस की सीटे हैं। वहीं दो पुराने कॉलेजों की मान्यता बहाल हो गई है। यहां 160 बीएएमएस की सीटें हैं। ऐसे में कुल 920 बीएएमएस की सीटें बढ़ गई हैं। आयुष की कुल 7200 सीटों पर दाखिले की प्रक्रिया चल रही है।

इन कॉलेजों को मिली मान्यता

लखनऊ के बाबू युवराज सिंह मेडिकल कॉलेज, गोरखपुर के गुरु गोरखनाथ मेडिकल कॉलेज, आगरा के नेमिनाथ आयुर्वेदिक मेडिकल कॉलेज, उन्नाव में आम्रपाली मेडिकल कॉलेज, बरेली के फ्यूचर आयुर्वेद मेडिकल कॉलेज, मेरठ के आईआईएमटी मेडिकल कॉलेज शामिल हैं। बरेली स्थित कृतिका व रोहेलखंड आयुर्वेद मेडिकल कॉलेज को मान्यता मिली। कानपुर के रामा आयुर्वेदिक मेडिकल कॉलेज व महराजगज के आईटीएम आयुर्वेदिक मेडिकल कॉलेज में भी दाखिले होंगे।