हिंदी न सिर्फ भारत की पहचान है बल्कि यह हमारे जीवन मूल्यों, संस्कृति एवं संस्कारों की सच्ची संवाहक, संप्रेषक और परिचायक भी है. ऐसी ही विचार को दर्शाती है किताब ‘मेरी हिंदी’.
विश्व में तीसरी सबसे ज्यादा बोली जाने वाली भाषा हिंदी है जो हमारे पारम्परिक ज्ञान, प्राचीन सभ्यता और आधुनिक प्रगति के बीच एक सेतु भी है
हिंदी किताबें आत्मविश्वास पैदा करती हैं। यह आपको मानसिक और भावनात्मक रूप से बढ़ने में मदद करती हैं। इसी बात को दर्शाती करीब ५५० पेज की किताब “मेरी हिंदी” आज अमेजॉन पर लांच हुई।
विपिन अग्निहोत्री द्वारा लिखित यह पुस्तक हिंदी के महत्व को दर्शाने के साथ-साथ इस बात को भी उठाती है की हिंदी कैसे हमारे राष्ट्र निर्माण के लिए भी बेहद जरूरी है।
थिएटर एंड फिल्म वेलफेयर एसोसिएशन के सौजन्य से विपिन अग्निहोत्री को यह पुस्तक लिखने मे 1 वर्ष से भी ज्यादा समय लगा।
विपिन अग्निहोत्री के मुताबिक यह पुस्तक उनके दिल के बेहद करीब है और वह थिएटर एंड फिल्म वेलफेयर एसोसिएशन के सचिव दबीर सिद्दीकी के बेहद आभारी है जिन्होंने इस पुस्तक को लिखने में काफी मदद की।
‘मेरी हिंदी’ किताब 585 पन्नो की है. यह किताब अमेज़न पर ई-बुक(e-book) में उपलब्ध है. ‘मेरी हिंदी’ किताब का मूल्य मात्र 447 रूपए है.
यहाँ से आप ‘मेरी हिंदी‘ किताब अमेज़न से खरीद सकते है.