ब्रह्मांड का विस्तार मुमकिन वैज्ञानिकों को मिला पहला सबूत, ब्लैक होल ही है डार्क एनर्जी का स्रोत..

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हवाई विश्वविद्यालय के शोधकर्ताओं ने आकाशगंगा में मौजूद ब्लैक होल पर रिसर्च कर चौंकाने वाले खुलासे किए हैं वैज्ञानिकों ने दावा किया है कि ब्रह्मांड का विस्तार करने वाला डार्क एनर्जी ब्लैक होल का स्रोत हो सकता है इस बात का खुलासा द एस्ट्रोफिजिकल जनरल में प्रकाशित अध्ययन से हुआ है जिससे या निष्कर्ष निकला है कि विभिन्न आकाशगंगा में ब्लैक होल की वृद्धि दर की तुलना करने के बाद उसके अंदर डार्क एनर्जी का निर्माण किया जा सकता है दरअसल द गार्डियन की रिपोर्ट के अनुसार हवाई विश्वविद्यालय के नेतृत्व में 17 अंतरराष्ट्रीय शोधकर्ताओं की एक टीम ने डार्क एनर्जी के मूल बिंदु के लिए पहला सबूत खोजा है यह स्टडी एस्ट्रोफिजिकल जनरल में प्रकाशित की गई है रिसर्च से पता चलता है कि ब्लैक होल दो तरह से द्रव्यमान प्राप्त करते हैं पहला गैस के फैलाव और दूसरा ब्लैक होल के साथ विलय करके इस दौरान वैक्यूम एनर्जी होती है जो डार्क एनर्जी का स्रोत है।

क्या है ब्लैक होल और डार्क एनर्जी ?

ब्लैक होल को विनाशक और राक्षसी अध्यक्ष की तरह का पिंड माना जाता है ब्लैक होल तब बनते हैं जब बड़े पैमाने पर तारे अपने जीवन के अंतिम स्थिति में होते हैं इसके अधिक शक्तिशाली गुरु वक्त की वजह से प्रकाश तक बाहर नहीं निकल सकता है इसलिए या दिखाई नहीं देता है और इसका नाम ब्लैक होल भी इसी कारण से पड़ा है दुनिया में सबसे ज्यादा जीनियस माने जाने वाले अल्बर्ट आइंस्टीन की एक सिद्धांत में दावा किया गया था कि ब्रह्मांड का विस्तार नहीं हो सकता है हालांकि बाद में से हटा लिया गया था आठ में वैज्ञानिकों ने समझा कि ब्रह्मांड का विस्तार तेजी से हो रहा है जिस वजह से यह विस्तार हो रहा है उसको ही डार्क एनर्जी कहा गया है हालांकि इस स्टडी पर वैज्ञानिकों का कहना है अब यह सोचना बहुत जल्दबाजी होगी कि ब्लैक होल किसी भी तरह से डार्क एनर्जी से संबंधित है।