सामाजिक कार्यकर्ता शालिनी पाण्डेय की महिलाओं के स्वस्थ्य और स्वच्छता के प्रति एक अनूठी पहल

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    मासिक धर्म स्वच्छता प्रबंधन के बारे में जागरूकता बढ़ाने और महिलाओं को मासिक धर्म के दौरान स्वस्थ प्रथाओं का पालन करने में मदद करने के लिए, इंदिरा नगर की महिला शालिनी पाण्डेय ने एक पहल शुरू की जो शहर में गरीब महिलाओं को स्वाथ्य और स्वस्छता के प्रति जागरूक करती है।

    सामाजिक कार्यकर्ता शालिनी पांडेय ने BHN News के साथ खास बात-चीत में बताया की- लॉकडाउन के दौरान विभिन्न NGO ने आवश्यक आपूर्ति और किराने प्रदान किये, लेकिन महिलाओं की स्वच्छता आवश्यकताओं पर काफी हद तक किसी का ध्यान नहीं गया, तो राष्ट्रव्यापी लॉकडाउन के दौरान महिलाओं को सैनिटरी नैपकिन बांटकर और महामारी के दौरान महिलाओं को स्वस्थ और स्वस्छता के प्रति जागरूक कर शालिनी पाण्डेय ने महिलाओं की मदद के लिए कदम बढ़ाए।

    कार्यकर्ता ने बेटियों के लिए अपनी अनूठी पहल के बारे में बताते हुए कहा की- वह पिछल पांच साल से समाजसेवा कर रही है, और इस वक़्त वह सरकारी स्कूलों में सैनेटरी पैड एटीएम मशीन लगवाने के प्रयास में जुटी हुई है, उन्होने कहा की स्कूलों में मशीन लग जाने से मासिक धर्म के कारण बेटियों की पढाई नहीं छूटेगी। अब तक तीन स्कूलों में पैड एटीएम मशीन लगवाने में वह सफल रही है, उन्होंने बताया की 30 अन्य सरकारी स्कूलों में बात-चीत चल रही है, और उनके इस कार्य में मदद के लिए सार्वजनिक क्षेत्र की कंपनिया भी आगे आ रही है।

    महिलाओं की सुरक्षा और उनको स्वस्थ्य और स्वस्छता के प्रति जागरूक कर रही शालिनी ने अपने सोशल वर्क के बारे में बताते हुए कहा की – वह अब तक 500 से अधिक महिलाओं को स्वस्थ्य, स्वस्छता और सुरक्ष्ता के प्रति जागरूक कर चुकी है, इसके अलावा वह 101 गरीब बेटियों का विवाह भी करा चुकी है।

    उन्होंने बताया की लॉकडाउन के दौरान सड़को पर घूम रहे बेजुबान जानवरो के पास भोजन का कोई स्रोत नहीं बचा था, तो उन्होंने स्ट्रीट डॉग्स, बंदरो की भूक मिटाने के लिए उनके लिए भोजन की व्यवस्था भी की।