एशिया प्रशांत क्षेत्र में अमेरिका और चीन के बाद अब रूस ने भी अपनी सैन्य गतिविधियां बढ़ा दी है। रूसी सेना का अभ्यास इस क्षेत्र में तनाव को बढ़ाएगा। बेलारूस, क्रीमिया और मध्य एशिया के बाद सुदूर पूर्व में भी अमेरिका और रूस के बीच तनाव बढ़ सकता है। इतना ही नहीं, इससे एक बार फिर दुनिया में शीत युद्ध का खतरा बढ़ गया है।
रूस के रक्षा मंत्री सर्गेई शोइगू ने रविवार को कहा, बढ़ते भू-राजनीतिक तनाव के मद्देनजर सुदूर पूर्व में मास्को अपने सैन्य उपस्थिति को और मजबूत करेगा। दूसरी ओर, पूर्वी सीरिया में गश्त करने वाले अमेरिकी और रूसी सेनाओं के बीच इस साल भिड़ंत की घटनाएं बढ़ी हैं।
पिछले महीने दोनों सेनाओं के बीच सबसे गंभीर संघर्ष तब हुआ, जब रूसी वाहनों ने एक हल्के बख्तरबंद अमेरिकी सैन्य वाहन पर हमला किया। इस हमले में चार अमेरिकी घायल हो गए थे। इसके बाद अमेरिका ने शनिवार को पूर्वी सीरिया में रूसी बलों का मुकाबला करने के लिए अतिरिक्त सैनिकों और बख्तरबंद वाहनों को तैनात किया है। अमेरिका ने अपना रडार सिस्टम भी भेजा है।