ऋषिकेश-कर्णप्रयाग रेल लाइन के लिए बजट में दिए 4200 करोड़ रुपये : रेल मंत्री पीयूष गोयल

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    पश्चिम बंगाल में चुनावी रेल ने रफ्तार पकड़ ली है। अब यहां बिजली से चलने वाली ट्रेनों को दायरा बढ़ जाएगा। रेल मंत्री पीयूष गोयल ने शनिवार को ट्वीट कर पश्चिम बंगाल से जुड़े पूर्वी रेलवे जोन का सौ फीसदी विद्युतीकरण पूरा होने की घोषणा की।

    साथ ही उन्होंने बताया कि इस बार बजट में उत्तराखंड के ऋषिकेश से कर्णप्रयाग तक बन रही रेल लाइन परियोजना को भी द्रुत गति से दौड़ाने के लिए 4200 करोड़ रुपये का आवंटन किया गया है।

    दरअसल बजटीय भाषण में वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने 2023 तक देश में सौ फीसदी रेलवे ट्रैक को विद्युतीकृत करने का प्रस्ताव रखा था। लेकिन बजट के चार दिन बाद ही पश्चिम बंगाल के निमतिता-न्यू फरक्का रेल खंड का विद्युतीकरण पूरा होने के साथ ही समूचा पूर्वी रेल जोन विद्युतीकृत हो गया।

    रेल मंत्री पीयूष गोयल ने इसकी जानकारी देते हुए ट्वीट कर कहा कि ‘सोनार बांग्ला हुआ विद्युतीकृत। भारतीय रेल पूर्ण विद्युतीकरण की ओर अग्रसर है। पूर्वी रेलवे 100 फीसदी विद्युतीकृत हो गई है। अब अन्य जोन को भी जल्द से जल्द अपने रेल ट्रैक को विद्युतीकृत कर कार्बन फुटप्रिंट को कम करना होगा।’

    रेल मंत्री ने एक अन्य ट्वीट कर बताया कि ‘ऋषिकेश-कर्णप्रयाग रेल लाइन परियोजना के लिए बजट में 4,200 करोड़ रुपया का आवंटन किया गया है। इस परियोजना से देवभूमि उत्तराखंड में पर्यटन उद्योग, संपर्क और परिवहन सुविधाओं का विस्तार होगा। यहां की अर्थव्यस्था को तेज गति मिलेगी।’

    वित्त मंत्री ने बजटीय भाषण में दिसंबर, 2021 यानी इस साल के अंत तक 41,548 किलोमीटर ब्राडगेज रेल मार्ग को विद्युतीकृत करने का लक्ष्य घोषित किया था। यह देश में मौजूद कुल ब्राडगेज रेल मार्ग का 72 फीसदी हिस्सा है। इसके बाद 2023 दिसंबर तक सभी ट्रेनों को इलेक्ट्रिक इंजन से दौड़ाने और 2030 तक ट्रेन, स्टेशन व रेलवे से जुड़ी हर जगह को हरित ऊर्जा (वैकल्पिक ऊर्जा) से रोशन करने का लक्ष्य बनाया गया है।