विपक्षी दलों द्वारा लाए गए अविश्वास प्रस्ताव से बौखलाए पाकिस्तान के पीएम इमरान खान, कहा- तुम्हारा समय आ गया है आसिफ जरदारी

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पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने बुधवार को कहा कि संसद में विश्वास मत जीतने के बाद वह पूर्व राष्ट्रपति और नेता प्रतिपक्ष आसिफ अली जरदारी को कथित भ्रष्टाचार को लेकर निशाना बनायेंगे. विपक्षी दलों की ओर से संसद में अविश्वास प्रस्ताव पेश किये जाने के एक दिन बाद 69 वर्षीय खान ने कराची का दौरा किया और समर्थन हासिल करने के लिए मुत्तहिदा कौमी मूवमेंट के नेताओं से मुलाकात की. बढ़ती महंगाई के लिए सरकार को जिम्मेदार ठहराते हुए इमरान को उनके पद से हटाने के लिए यह अविश्वास प्रस्ताव पेश किया गया है.

जियो न्यूज के मुताबिक गवर्नर भवन में पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ पार्टी (पीटीआई) के कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए इमरान ने दावा किया कि यह प्रस्ताव विपक्ष की ‘राजनीतिक मौत’ है. दिनभर के कराची दौरे में प्रधानमंत्री ने कार्यकर्ताओं से कहा कि वह अपने दल के लोगों से कह रहे थे कि विपक्ष ने वही किया जिसके लिए वह प्रार्थना कर रहे थे. उन्होंने कहा, ‘‘अभी तक मेरे हाथ बंधे हुए थे, लेकिन अब हथकड़ी टूट गई है, मेरा पहला निशाना आसिफ अली जरदारी होंगे, जो लंबे समय से मेरी बंदूक के निशने पर हैं.’’ जरदारी पर हमला करते हुए उन्होंने दावा किया कि पीपीपी के सह-अध्यक्ष अन्याय करते हैं, चोरी करते हैं और हर चीज पर कमीशन लेते हैं. इमरान ने कहा, ‘‘आसिफ जरदारी, तुम्हारा समय आ गया है.’’

इमरान खान ने पूर्व राष्ट्रपति पर लगाया आरोप
खान ने आरोप लगाया कि पूर्व राष्ट्रपति अपने साथ ‘पैसे की बाल्टी’ लेकर घूमते हैं और पीटीआई सांसदों को खरीदने के लिए 20 करोड़ रुपये रखे हैं. पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज (पीएमएल-एन) और पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी (पीपीपी) के लगभग 100 सांसदों द्वारा हस्ताक्षरित अविश्वास प्रस्ताव को मंगलवार को नेशनल असेंबली में पेश किया गया.

जा सकती है इमरान खान की कुर्सी
इमरान गठबंधन सरकार का नेतृत्व कर रहे हैं और अगर कुछ सहयोगी दल पाला बदलने का फैसला करते हैं, तो इमरान को कुर्सी से हटाया जा सकता है. संसद में इमरान ने विपक्ष के नेता शाहबाज शरीफ को ‘बूट पॉलिश’करने वाला करार दिया. उन्होंने कहा कि शाहबाज ने पीपीपी के साथ हाथ मिलाया था, क्योंकि उन्हें पता था कि उनका समय खत्म हो गया है. खान ने अपनी पार्टी के कार्यकर्ताओं से कहा कि सरकार अविश्वास प्रस्ताव जीतने के बाद विपक्ष के तीन बड़े नेताओं जरदारी, शाहबाज और फजलुर को जेल भेजेगी, जहां उन्हें लंबे समय तक रहना चाहिए था. इमरान ने कहा कि विपक्ष को मजबूत करने में कई बाहरी देशों का भी हाथ हो सकता है.