उत्तर कोरिया ने गुरुवार को कहा कि वह अमेरिका की तरफ से वार्ता की पेशकश को तब तक नजरअंदाज करता रहेगा जब कि वह हमारे देश के प्रति शत्रुतापूर्ण नीतियों को खत्म नहीं करता है। उत्तर कोरिया का यह बयान ऐसे समय में आया है जब वाशिंगटन ने कहा था कि उसने प्योंगयांग से विभिन्न माध्यमों से संपर्क साधने की कोशिश की लेकिन बदले में कोई जवाब नहीं मिला।
उत्तर कोरियाई विदेश मंत्री चो सोन हुई की ओर से यह बयान दक्षिण कोरिया और अमेरिका के शीर्ष राजनयिकों और रक्षा प्रमुखों के बीच सियोल में होने वाली बैठक से कुछ घंटे पहले आया है। यह संयुक्त बैठक उत्तर कोरिया के परमाणु कार्यक्रम पर चर्चा करने के लिए पांच वर्षों में पहली बार होने जा रही है।
उन्होंने सरकारी मीडिया के हवाले से कहा, हमें ऐसा नहीं लगता है कि अमेरिका के टालने वाले रवैये पर प्रतिक्रिया देने की कोई जरूरत है। हम अपना रुख पहले ही स्पष्ट कर चुके हैं। इसलिए हम भविष्य में भी अमेरिका की तरफ से बातचीत के लिए होने वाली किसी भी कोशिश को नजरअंदाज करेंगे।