ब्रिटेन में आ गई फाइजर की कोरोना वैक्‍सीन अगले सप्ताह से ब्रिटेन में उपलब्ध कराई जाएगी: पीएम

    477
    vaccination for children
    vaccination for children

    कोरोना वायरस महामारी की मार झेल रहे ब्रिटेन के लोगों को बड़ी खुशखबरी मिली है। ब्रिटेन ने बुधवार को फाइजर और उसके जर्मन पार्टनर बायो एनटेक की कोरोना वैक्सीन को मंजूरी दे दी है। जानकारी के मुताबिक, इसे अगले सप्ताह से देश भर में उपलब्ध कराया जाएगा। फाइजर के मुताबिक, वैक्सीन 65 साल से अधिक उम्र के लोगों में 94 फीसद तक प्रभावी है। फाइजर की कोरोना वैक्सीन को पूरी तरह से मंजूरी देने वाला ब्रिटेन पहला देश बन गया है। पीएम बोरिस जानसन ने कहा कि फाइजर की कोविड वैक्‍सीन अगले सप्‍ताह उपलब्‍ध कराई जाएगी।

    ट्रायल के नतीजों के आधार पर यह अबतक की सबसे असरदार वैक्‍सीन है। हालांकि, फाइजर की वैक्‍सीन को शून्‍य से भी कम तापमान (-70 डिग्री सेल्सियस) पर स्‍टोर करना पड़ता है जो इसकी सबसे बड़ी खामी है। ब्रिटेन ने फाइजर के वैक्सीन की चार करोड़ डोज का ऑर्डर पहले ही दे दिया था। हर व्यक्ति को वैक्सीन की दो डोज़ दी जाएगी। इसका मतलब की अभी दो करोड़ लोगों को टीका लगाया जाएगा। बता दें कि ब्रिटेन कोरोना से सबसे ज्यादा प्रभावित देशों में से एक है। ब्रिटेन में कोरोना की वजह से करीब 59 हजार लोग अपनी जान गंवा चुके हैं।

    ब्रिटेन के चिकित्सा नियामक, मेडिसिन एंड हेल्थकेयर प्रोडक्ट्स रेग्युलेटरी एजेंसी (एमएचआरए) का कहना है कि फाइजर और बायोएनटेक की कोविड ​​-19 वैक्सीन बीमारी के खिलाफ 95 फीसदी तक असरदार है और सामूहिक टीकाकरण के लिए सुरक्षित है। अमेरिकी फार्मास्यूटिकल दिग्गज फाइजर और जर्मनी की बायो एनटेक द्वारा निर्मित वैक्सीन ने हाल ही में दावा किया था कि दवा उसकी वैक्सीन हर उम्र और नस्ल के लोगों के लिए प्रभावी है।

    वहीं, एनएचएस के मुख्य कार्यकारी, साइमन स्टीवंस ने कहा कि स्वास्थ्य सेवा हमारे देश के इतिहास में सबसे बड़े पैमाने पर टीकाकरण अभियान की तैयारी कर रही है। इसके लिए लगभग 50 अस्पताल स्टैंडबाय पर हैं और टीकाकरण केंद्रों को स्थापित किया जा रहा है।

    गौरतलब है कि अमेरिकी दवा कंपनी फाइजर ने जर्मनी की बायो एनटेक के साथ मिलकर यह वैक्‍सीन बनाई है। फाइजर का दावा है की उसने कोरोना वायरस के खिलाफ 95 फीसद असरदार टीका विकसित किया है और उसका कोई साइड इफेक्ट भी नहीं दिखा है। फाइजर दुनिया की उन पहली दवा कंपनियों में से हैं, जिन्‍होंने फेज 3 की स्‍टडी के अंतरिम नतीजे जारी किए हैं। फाइजर ने वैक्सीन का 43 हजार वॉलंटियर्स पर परीक्षण किया था।