रायबरेली निवासी गरिमा मिश्रा यूक्रेन के कीव शहर में फंसी हुई हैं। मेडिकल द्वितीय वर्ष की छात्रा गरिमा ने इंडियन एम्बेसी से वीडियो के जरिए मदद मांगी है और अपने दर्द को बयां किया है। गरिमा ने कहा कि इंडियन एम्बेसी उनकी मदद करे। भावुक अपील करते हुये गरिमा ने बताया कि वह एक हॉस्टल के बंकर में हंै। यहां करीब 250 छात्र हैं। अगर इंडियन एम्बेसी उनकी मदद नहीं कर पाती है तो वह यहां पर मारे जाएंगे या तो उनके ऊपर मिसाइल गिर जाएगी या तो वह भूख से मर जाएंगे। जब से युद्ध शुरू हुआ है, वो लोग इस बंकर में ही बंद हैं। लगातार बम और गोलियों की आवाज आ रही है और भूख से बुरा हाल है, लेकिन एम्बेसी की तरफ से कोई स्पष्ट जवाब नहीं मिल रहा है। परिजन सरकार से भी जल्द से जल्द मदद की गुहार लगा रहे हैं।
गरिमा का यह वीडियो संदेश शाम को ट्विटर पर वायरल हो गया। इस बारे में गरिमा का कहना है कि यहां तरह तरह की अफवाहें सुनाई दे रही हैं जिनकी सच्चाई के बारे में नहीं जानतीं। लेकिन इससे छात्र परेशान हो रहे हैं। दहशत की वजह से छात्रों का बुरा हाल है।