करगिल विजय दिवस की 22वीं वर्षगांठ पर राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद का प्रस्तावित करगिल दौरा रद्द हो गया है. खराब मौसम के कारण राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद का यह दौरा रद्द हुआ. इस बीच राष्ट्रपति विजय दिवस पर शहीदों को श्रद्धांजलि देने बारामुला युद्ध स्मारक पहुंच गए है. उधर, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी पाकिस्तान के साथ हुए इस युद्ध के शहीदों को याद किया और कहा कि उनकी बहादुरी हर दिन देशवासियों को प्रेरित करती है.
पीएम ने ट्वीट किया, ‘‘हम उनके बलिदान को याद करते हैं. हम उनकी बहादुरी को याद करते हैं. आज करगिल विजय दिवस के अवसर पर हम उन सभी को श्रद्धांजलि अर्पित करते हैं, जिन्होंने देश की रक्षा करते हुए करगिल में अपने आप को न्योछावर कर दिया. उनकी बहादुरी हमें हर दिन प्रेरणा देती है.’’
प्रधानमंत्री ने पिछले साल आकाशवाणी के मासिक रेडियो कार्यक्रम ‘‘मन की बात’’ की एक कड़ी में करगिल के शहीदों के बारे में देशवासियों से विस्तार से संवाद किया था. उन्होंने अपने ट्वीट के साथ इस संवाद की कुछ झलकियां भी साझा की.
भारत और पाकिस्तान की सेनाओं के बीच 1999 में करगिल के पहाड़ों पर जंग हुई थी और बाद में भारत ने करगिल की पहाड़ियां फिर से अपने कब्जे में ले ली थीं. इस लड़ाई की शुरुआत तब हुई थी, जब पाकिस्तानी सैनिकों ने कारगिल की ऊंची पहाड़ियों पर घुसपैठ करके वहां अपने ठिकाने बना लिए थे.