पूर्व IPS अफसर के यहां इनकम टैक्स की रेड में मिले करोडो रूपए की नगदी

443
Noida income tax raid
Noida income tax raid

आयकर विभाग की एक टीम ने नोएडा में एक पूर्व भारतीय पुलिस सेवा (IPS)अफसर के ठिकानों पर तलाशी में बेहिसाब नकदी बरामद की है. सूत्र ने बताया कि पूर्व आईपीएस बेसमेंट से एक फर्म चला रहे थे, जिसमें 650 लॉकर हैं. आईटी सर्वे के दौरान 2,000 और 500 की करेंसी नोटों के बंडल बरामद किए गए. आईटी की टीम ने तलाशी अभियान में नोएडा के सेक्टर 50 में एक पूर्व आईपीएस अधिकारी के परिसरों में सर्च की की, इस दौरान आयकर विभाग ने बेहिसाब नकदी बरामद की है. एक जानकारी के अनुसार, पूर्व आईपीएस अधिकारी को समाजवादी पार्टी का काफी करीबी बताया जाता है.

तलाशी अभियान के दौरान नकदी बरामद हुई थी, जिसे शुरू में सर्वेक्षण अभियान कहा गया था. आईटी की टीम ने 2,000 और 500 के करेंसी नोटों के बंडल बरामद किए हैं. हालांकि अभी तक विभाग ने कोई आधिकारिक बयान नहीं दिया है. एक सूत्र ने बताया कि उन्हें सूचना मिली थी कि नोएडा सेक्टर-50 में बिल्डिंग के बेसमेंट में कई करोड़ रुपये नकद रखे हुए हैं. सूत्रों के मुताबिक, पूर्व आईपीएस बेसमेंट से एक फर्म चला रहे थे, जिसमें 650 लॉकर हैं. आयकर विभाग इस विभाग इस बात की जांच कर रहा है कि इसका बेनामी संपत्ति से कोई संबंध है या नहीं.

बता दें कि रविवार देर शाम आईटी अधिकारी नोएडा सेक्टर 50 पहुंचे थे. बताया गया है कि तलाशी अभियान अभी भी जारी है और तलाशी अभियान खत्म होने के बाद अधिकारी मीडिया को जानकारी देंगे. बता दें कि सूचना मिलने पर आयकर विभाग ने मामले की जांच के लिए एक दर्जन टीमों का गठन किया था. रविवार शाम को IT के सीनियर अधिकारियों ने सभी टीमों को वाराणसी और जौनपुर में छापेमारी शुरू करने का निर्देश दिया था. आयकर विभाग ने सोमवार को उत्तर प्रदेश के वाराणसी और जौनपुर में दस से ज्यादा ठिकानों पर छापेमारी की. जांच से जुड़े एक सूत्र ने बताया कि कुछ ज्वैलर्स पर विधानसभा चुनाव में हवाला का पैसा लगाने में शामिल होने का संदेह है. IT विभाग ने कुछ ऐसे लेनदेन की पहचान की जो संदिग्ध थे. कुछ ज्वैलर्स की सूची तैयार की गई, जो हवाला के पैसे से लोगों की मदद कर रहे थे. मिली जानकारी के मुताबिक, कई ज्वैलर्स के ठिकानों पर छापेमारी की गई है. आशंका है कि यह पैसा विधानसभा चुनाव के उम्मीदवारों को उपलब्ध कराया जा रहा है. ऐसी भी अटकलें थीं कि उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनावों के लिए बड़ी रकम का इस्तेमाल किया जाएगा.