Lucknow Book Launch : लखनऊ के प्रसिद्ध रमाबाई पार्क में बीते सोमवार को , भारतीय प्रसिद्ध लेखक प्रेम रावत की किताब “स्वयं की आवाज़ ” का भव्य आयोजन के साथ विमोचन किया गया। ” स्वयं की आवाज़ ” किताब के विमोचन में काफी मात्रा में लोगो का जन सैलाब देखने को मिला। प्रेम रावत के पुस्तक विमोचन में आए जन सैलाब से एक नया वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाया।
भारतीय प्रसिद्ध प्रेम रावत ने अपनी पुस्तक ” स्वयं की आवाज़ ” का विमोचन बीते सोमवार को लखनऊ के प्रसिद्ध रमाबाई पार्क में किया गया। इस पुस्तक विमोचन में लोगो का प्यार देखने को मिला। प्रेम रावत की पुस्तक “स्वयं की आवाज़ ” विमोचन के लिए 1 लाख 14 हज़ार से भी ज्यादा लोगो ने आकर एक नया रिकॉर्ड कायम किया। यह रिकॉर्ड गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड में शामिल किया गया है। यह रिकॉर्ड किसी भी पुस्तक विमोचन में सबसे अधिक मात्रा में शामिल हुए लोगो का है। इससे पहले पुस्तक विमोचन में 14 हज़ार लोगो की उपस्तिथि दर्ज़ की गयी थी। इस कार्यक्रम की मॉडरेटर अभिनेत्री भग्यश्री रही।
“स्वयं की आवाज़ ” हिंदी संकरण है ” Learn For Yourself ” का
लेखक प्रेम रावत की पुस्तक “स्वयं की आवाज़ ” उनकी द्वारा लिखी गयी इंग्लिश पुस्तक ” Learn For Yourself ” का हिंदी सस्करण है। विमोचन के दौरान प्रेम रावत जी ने इस पुस्तक की कुछ लाइन पढ़ कर लोगो को सुनाया। लोगो ने इस पुस्तक को काफी सराहा और तारीफ की।
“स्वयं की आवाज़ ” पुस्तक में क्या है खास
प्रेम रावत की पुस्तक ” स्वयं की आवाज़ ” में ये बताया गया की ” मनुष्य बिना अपने आप को अंदर से जाने बगैर किसी की समस्या को सही नहीं कर सकता। जीवन में शांति का होने एक मुख्या अंश है। मनुस्य अपनी जिंदगी में बड़े से बड़ा मुकाम हासिल कर सकता है लेकिन उसके जीवन में शांति का होना बहुत कठिन है। जिस मनुस्य ने अपनी ज़िन्दगी में शांति हासिल कर ली उसने सब कुछ पा लिया। आगे कहते हुए प्रेम रावत जी बोलते है की ज़िन्दगी सिमित है इसे खुश रहकर बिताना चाहिए। मनुस्य को जिंदगी बार बार नहीं मिलती , इसलिए अगर जिंदगी में प्रकाश आ जाये तो आप वह सब उपहार प्राप्त कर सकते जो ज़िन्दगी में मिले है।
प्रेम रावत संस्था करती है लोगो की मदत
लेखक प्रेम रावत , प्रेम रावत संस्था के संस्थापक है। ये संस्था प्राकतिक आपदाओं में इंसानो की मदत करती है और उनकी आवश्यकताओं में पूरी तरीके से सहयोग करती है। तथा उन्हें आत्मसम्मान के साथ ज़ीने का हौसला देती है , ताकि वे अपना जीवन शांति से यापन कर सके।