एशिया-प्रशांत क्षेत्र में चीन के बाद दूसरा बड़ा बाजार बना भारत, सात महीने में स्टार्टअप इंडिया ने जुटाए 1.26 लाख करोड़ रुपये

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महामारी की तीसरी लहर की आशंका और धीमे आर्थिक सुधार के बावजूद विदेशी निवेशकों का भारतीय स्टार्टअप में भरोसा बढ़ा है। 2021 में अब तक स्टार्टअप ने 1.26 लाख करोड़ जुटा लिए हैं।

प्रमुख डाटा एवं एनालिटिक्स कंपनी ग्लोबलडाटा के मुताबिक, भारतीय स्टार्टअप ने जनवरी-जुलाई यानी सात महीनों में वेंचर कैपिटल (वीसी) कंपनियों से 1.26 लाख करोड़ रुपये का निवेश जुटाया है। वीसी फंडिंग के मामले में भारत एशिया-प्रशांत क्षेत्र में चीन के बाद दूसरा बड़ा बाजार है।

इस दौरान भारत में कुल 828 सौदे हुए, जिनका कुल मूल्य 16.9 अरब डॉलर रहा। ग्लोबल डाटा के प्रमुख विश्लेषक ऑरोज्योति बोस ने कहा कि निवेश जुटाने में टेक स्टार्टअप सबसे आगे रहे। इसकी वजह स्मार्टफोन की बढ़ती पहुंच और किफायती मोबाइल इंटरनेट है। 

ऑरोज्योति बोस ने कहा, महामारी से उपजे हालातों से वैश्विक स्तर पर कुछ प्रमुख बाजारों में जून के मुकाबले जुलाई में वीसी फंडिंग में गिरावट दिखी। इस गिरावट के बावजूद भारत बेहतर प्रदर्शन करने में सफल रहा।

ग्लोबल डाटा के मुताबिक, भारत के पास अमेरिका और चीन के बाद दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा टेक यूनिकॉर्न इकोसिस्टम है। कोविड-19 महामारी के दौरान वीसी निवेशकों की ई-कॉमर्स, सोशल मीडिया एवं सोशल नेटवर्किंग, फूड डिलीवरी, एडटेक और डिजिटल भुगतान से जुड़े स्टार्टअप में दिलचस्पी रही है। भारत में टीकाकरण की रफ्तार बढ़ने के साथ वीसी निवेशक बड़े-बड़े निवेश करने में रुचि दिखा रहे हैं।