UP Election: स्वामी प्रसाद मौर्य के इस्तीफे के बाद केशव मौर्य बोले- जल्दबाजी में लिए फैसले गलत होते हैं

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उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव (UP Assembly Election) से ठीक पहले योगी आदित्यनाथ कैबिनेट में श्रम एवं सेवायोजन व समन्वय मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्या (Swami Prasad Maurya) ने इस्तीफा दे दिया है. उन्होंने अपना इस्तीफा (Swami Prasad Maurya Resign) ट्वीट करते हुए लिखा, “दलितों, पिछड़ों, किसानों, बेरोजगार नौजवानों एवं छोटे-लघु एवं मध्यम श्रेणी के व्यापारियों की घोर उपेक्षात्मक रवैये के कारण उत्तर प्रदेश के योगी मंत्रिमंडल से इस्तीफा देता हूं.” पार्टी पर कई बड़े इल्जाम लगाते हुए उन्होंने इस्तीफा दिया. राज्यपाल को भेजे अपने इस्तीफे में उन्होंने कहा कि राज्य में बेरोजगारी बढ़ रही है. दलितों, पिछड़ों की सरकार उपेक्षा कर रही है.

उनके इस कदम के बाद से ही बीजेपी खेमे में हलचल तेज हो गई है. डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य उन्हें मनाने की कोशिश कर रहे हैं. उन्होंने ट्वीट किया, “आदरणीय स्वामी प्रसाद मौर्य जी ने किन कारणों से इस्तीफा दिया है मैं नहीं जानता हूँ उनसे अपील है कि बैठकर बात करें जल्दबाजी में लिये हुये फैसले अक्सर गलत साबित होते हैं.” स्वामी प्रसाद मौर्य के इस्तीफे के बाद बिल्हौर से विधायक भगवती सागर, बांदा से विधयाक बृजेश प्रजापति और शाहजहांपुर से बीजेपी के विधायक रोशन लाल ने भी इस्तीफ़ा दे दिया है.

क्या सपा में होंगे शामिल
स्वामी प्रसाद मौर्य ने इस्तीफे के बाद कहा, “मैं कैबिनेट से इस्तीफा दे रहा हूं. लेकिन मेरी बेटी संघमित्रा मौर्या बदायूं से बीजेपी सांसद के तौर पर अपना काम करती रहेंगी. बीजेपी के कई नेताओं ने झटका दिया है, मैं अब उन्हें झटका दे रहा हूं.” स्वामी प्रसाद मौर्य के इस्तीफे के बाद सपा अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने उनकी तस्वीर ट्वीट करते हुए लिखा, “सामाजिक न्याय और समता-समानता की लड़ाई लड़ने वाले लोकप्रिय नेता श्री स्वामी प्रसाद मौर्या जी एवं उनके साथ आने वाले अन्य सभी नेताओं, कार्यकर्ताओं और समर्थकों का सपा में ससम्मान हार्दिक स्वागत एवं अभिनंदन! सामाजिक न्याय का इंक़लाब होगा ~ बाइस में बदलाव होगा.”

यह पूछे जाने पर कि क्या वह सपा में शामिल होंगे, इसे लेकर स्वामी प्रसाद मौर्य ने कहा, “मैं एक राजनीतिक व्यक्ति हूं, कहीं न कहीं, किसी न किसी राजनीतिक पार्टी से हमें बातचीत करनी ही होगी. हम किससे बात करेंगे यह समर्थकों से बातचीत के बाद एक-दो दिन में बताया जाएगा.” यह पूछे जाने पर कि अगर उन्हें ऐसा लगा कि पार्टी में उनकी बात नहीं सुनी जा रही तो क्या उन्होंने गृहमंत्री अमित शाह या पीएम मोदी से बातचीत की? इस पर स्वामी प्रसाद मौर्य ने कहा मैंने उचित प्लेटफॉर्म पर हमेशा मुद्दे उठाए हैं. बात सुनी गई, लेकिन कोई फैसला नहीं हुआ.