दुनिया के 85 देशों में कोविड-19 वायरस के डेल्टा वैरिएंट ने दी दस्तक, WHO ने दी जानकारी

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दुनिया के लिए कोरोना वायरस के डेल्टा वैरिएंट ने नई मुश्किल खड़ी कर दी है। विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने चेतावनी देते हुए कहा है कि कोरोना का डेल्टा वैरिएंट उसके पुराने रूप की तुलना में अधिक संक्रामक है। इसी तरह वायरस का ये रूप बढ़ता रहा तो दुनियाभर में संक्रमण फैलने का बड़ा कारक हो सकता है।

डब्ल्यूएचओ ने कोरोना महामारी की वैश्विक स्थिति रिपोर्ट जारी करते हुए बताया कि वायरस का अल्फा वैरिएंट दुनिया के 170 देशों, बीटा 119, गामा 71 और डेल्टा 85 देशों में फैल चुका है। डेल्टा वायरस के प्रसार का सिलसिला लगातार जारी है। इसका अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि पिछले दो सप्ताह में वायरस 11 देशों तक पहुंच गया है। संगठन ने कहा कि अभी चार वैरिएंट पर करीब से नजर रखी जा रही है। इसमें डेल्टा को भी शामिल किया गया है जो अल्फा से भी तेज नजर आ रहा है। एजेंसी

भारत में सबसे अधिक संक्रमित मिले
डब्ल्यूएचओ के अनुसार 14 से 20 जून के बीच भारत में कोरोना संक्रमण के सबसे अधिक 4,41,976 मामले मिले हैं। राहत की बात ये है कि ये इससे पिछले सप्ताह की तुलना में 30 फीसदी कम है। इसी तरह इस दौरान सबसे अधिक 16,329 मरीजों की मौत भारत में हुई, इसमें भी पहले की तुलना में 31 फीसदी की गिरावट दर्ज की गई है। आंकड़े बताते हैं कि भारत में दूसरी लहर धीमी पड़ गई है।

ऑक्सीजन-आईसीयू को लेकर चिंता बढ़ी
डब्ल्यूएचओ ने सिंगापुर में हुए एक अध्ययन का हवाला देते हुए बताया है कि डेल्टा वैरिएंट की चपेट में आने वाले लोगों ऑक्सीजन और आईसीयू की अधिक जरूरत पड़ सकती है। मौत का भी खतरा अधिक है जो चिंता का विषय है। टीके को लेकर संगठन ने बताया कि फाइजर और एस्ट्राजेनेका टीके की दूसरी डोज लगने के 14 दिन बाद वो अल्फा और डेल्टा वैरिएंट के खिलाफ 96 फीसदी असरदार है।

इस्राइल का दावा डेल्टा वैरिएंट पर टीका असरदार
इस्राइल ने दावा किया है कि फाइजर का टीका कोरोना के डेल्टा वैरिएंट के खिलाफ असरदार है। बृहस्पतिवार को इस्राइल में फाइजर के मेडिकल डायरेक्टर एलन रैपापोर्ट ने बताया कि लैब में जांच के दौरान पता चला है कि डेल्टा वैरिएंट के खिलाफ फाइजर का टीका प्रभावी है, लेकिन उन्होंने इससे अधिक कुछ भी बताने से मना कर दिया। इस्राइल में बड़े पैमाने पर फाइजर के टीके का इस्तेमाल हुआ है।

जर्मन चांसलर ने कहा हम बर्फ की पतली चादर पर
जर्मनी की चांसलर एंजेला मर्कल बृहस्पतिवार को डेल्टा वैरिएंट को लेकर संसद में चिंतित दिखीं। मर्कल ने अपने अभिभाषण में कहा कि संक्रमण की रफ्तार धीमी होने के बीच डेल्टा वैरिएंट का प्रकोप बढ़ रहा है जो चिंता का विषय है। यूरोपीय देशों के नेताओं के बीच वार्ता के लिए कोरोना मुख्य मुद्दा रहना चाहिए। ये भी ध्यान रहे महामारी खत्म नहीं हुई है, खासकर गरीब देशों में। हम खुद बर्फ की पतली चादर पर चल रहे हैं।

रूस में जनवरी के बाद अचानक से केस बढ़े
कोरोना संक्रमण की रफ्तार रूस में एक बार फिर तेज हो गई है। जनवरी के बाद पहली बार यहां बृहस्पतिवार को रिकॉर्ड 20,182 मामले सामने आए हैं। अधिकारियों ने इसके लिए डेल्टा वैरिएंट और टीका न लगवाने वाले लोगों को जिम्मेदार ठहराया है। बीते 24 घंटे में 568 लोगों की मौत हुई है। सबसे अधिक मौतें मॉस्को और सेंट पीटर्सबर्ग में दर्ज की गई हैं। संक्रमण को बढ़ते देख लोगों ने सभी से टीका लगाने की अपील की है।