बायोलॉजिकल ई लिमिटेड (Biological E Ltd) द्वारा निर्मित 12 से 18 साल के बच्चों के लिए कोर्बेवैक्स वैक्सीन (Corbevax Vaccine) की पहली खेप आज केंद्र सरकार को मिल जाएगी. DGCI ने कोर्बेवैक्स के 12 से 18 साल के बच्चों पर भी इस्तेमाल की सिफारिश की है. जल्द ही डीजीसीआई इस दो डोज वाली वैक्सीन को फाइनल मंजूरी भी दे सकता है. बिजनेस स्टैंडर्ड अखबार से बातचीत में एक प्रशासनिक अधिकारी ने बताया कि बायोलॉजिकल कंपनी के ऑर्डर के अनुसार पहली खेप के तहत 300 मीलियन डोज दी जाएंगी. कंपनी 25 करोड़ डोज का उत्पादन कर चुकी है, बाकी की डोज भी अगले कुछ सप्ताह में भेज दी जाएगी.
बताते चलें कि भारतीय औषधि महानियंत्रक (DGCI) ने 28 दिसंबर को वयस्कों में आपात स्थिति में कोर्बेवैक्स के सीमित इस्तेमाल की मंजूरी दे दी थी, जो कोरोना वायरस संक्रमण के खिलाफ स्वदेशी रूप से विकसित देश का पहला आरबीडी प्रोटीन सब-यूनिट टीका है. बायोलॉजिकल-ई ने भारत के औषधि नियामक से 12 से 18 साल के आयुवर्ग में अपने कोविड-19 टीके ‘कोर्बेवैक्स’ के आपात इस्तेमाल की मंजूरी देने की मांग की है.
कोर्बेवैक्स टीका (Corbevax Vaccine) इंट्रामस्क्युलर यानी मांसपेशियों के रास्ते लगाया जाता है. इसकी दो खुराक 28 दिनों के अंतराल पर दी जाती है. कोर्बेवैक्स 0.5 मिलीलीटर (सिंगल खुराक) और 5 मिलीलीटर (दस खुराक) की शीशी में उपलब्ध है. इसे 2 से 8 डिग्री सेल्सियस पर संरक्षित किया जाता है. स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक, बायोलॉजिकल-ई ने भारत में पहले/दूसरे और दूसरे/तीसरे दौर का क्लीनिकल परीक्षण किया है.