लखनऊ (Lucknow) में आज कांग्रेस की मैराथन ‘लड़की हूं लड़ सकती हूं’ मुहिम के तहत मैराथन का आयोजन अटल बिहारी वाजपेई इकाना स्टेडियम (Atal Bihari Vajpayee Ekana Stadium) से शुरू होगी. कांग्रेस की महिला मैराथन पुलिस प्रशासन से अनुमति मिल गई है. इससे पहले कोविड और धारा 144 का हवाला देकर 26 दिसंबर को होने वाली मैराथन को निरस्त कर दिया गया था.
लड़कियों की मैराथन विजेताओं को 3 स्कूटी. 25 स्मार्टफोन, 10 फिटनेस बैंड और 1000 मेडल दिए जाएंगे. यूपी चुनाव से पहले महिलाओं को अपने पाले में करने की कांग्रेस की कवायद है. इससे पहले भी कांग्रेस ने महिलाओं को
बता दें कि इससे पहले लखनऊ में कांग्रेस द्वारा प्रस्तावित ‘लड़की हूं मैं लड़ सकती हूं’ मैराथन दौड़ को लखनऊ प्रशासन द्वारा कोविड प्रोटोकॉल के तहत परमीशन नही मिली. मैराथन की अनुमित अचानक निरस्त होने पर आयोजन स्थल (1090 चौराहे पर) हजारों की तादाद में रेस में भाग लेने पहुंची प्रतिभागी लड़कियों ने जमकर हंगामा काटा था. योगी सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी भी की गई. इसके बाद रविवार को उन्हें भारत रत्न अटल बिहारी वाजपेयी इकाना स्टेडियम में 28 दिसंबर को मैराथन कराने की अनुमति प्रदान कर दी गई.
इस मौके पर कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अजय लल्लू और पूर्व सांसद कांग्रेस नेता राजीव शुक्ला ने कहा कि यह मुहिम एक बदलाव लेकर आएगी. प्रदेश में महिलाओं को जोड़ने की कवायद अब रंग ला रही है लड़कियों और महिलाओं का प्रियंका गांधी पर विश्वास बढ़ा है प्रदेश के मुख्यमंत्री डरपोक है हमारी इस मुहिम से डर गए हैं.
गौरतलब है कि यूपी की सत्ता से करीब तीन दशक से दूर रही कांग्रेस की खोई जमीन वापस पाने के लिए प्रियंका कोशिश कर रही हैं. इससे पहले प्रियंका गांधी ने उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में महिलाओं को 40 फीसदी आरक्षण देने का बड़ा ऐलान किया था. साल 2017 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस प्रदेश की 403 सीटों में केवल सात सीटें जीत सकी थीं, जबकि 2019 के लोकसभा चुनाव में केवल कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी को ही रायबरेली में जीत मिली थी.