कोरोना से बचाव का एकमात्र रास्ता टीका है. हालांकि, टीका लगने के बावजूद कोरोना न होने की कोई गारंटी नहीं है, लेकिन यह भी सच है कि वैक्सीन लगने के बाद यदि कोरोना होता भी है तो वह ज्यादा घातक नहीं होता. अब तक 15 वर्ष से अधिक उम्र के लोगों के लिए टीकाकरण की व्यवस्था है. अब सरकार ने 12-14 वर्ष की आयुवर्ग के बच्चों के लिए भी टीकाकरण शुरू करने का फैसला किया है.
आगामी 16 मार्च यानी बुधवार से इस आयुवर्ग के बच्चों को कोरोना से बचाने के लिए उनका टीकाकरण किया जाएगा.