कैप्टन अमरिंदर सिंह: दिल्ली हिंसा मामले की केंद्र सरकार गहनता से जांच कराए

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सिंघु बार्डर पर कुछ शरारती तत्वों की तरफ से की गई हिंसा की निंदा करते हुए पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने केंद्र सरकार को कथित स्थानीय निवासियों की शिनाख्त करने के लिए गहराई से जांच करवाने की अपील की है।

कैप्टन ने कहा कि सुनियोजित तरीके से पुलिस का सख्त सुरक्षा घेरा तोड़कर किसानों और उनके सम्मान पर हमला किया गया है। यह वही हो रहा है जो पाकिस्तान चाहता है।

मुख्यमंत्री ने सवाल करते हुए कहा कि क्या यह सचमुच ही स्थानीय निवासी थे। उन्होंने इस बात की तह तक जांच करने के लिए कहा कि यह हुल्लड़बाज कौन थे और कहां से आए थे। मैं यह विश्वास नहीं कर सकता कि स्थानीय लोग किसानों के साथ ऐसा व्यवहार कर सकते हैं।

लाल किले पर हुई हिंसा के मद्देनजर किसानों के खिलाफ शुरू की गई बदनाम करने की मुहिम को तुरंत खत्म करने की मांग करते हुए मुख्यमंत्री ने चेतावनी दी कि यदि किसानों को इसी ढंग से बदनाम किया जाता रहा तो इससे हमारी सुरक्षा सेनाएं, जिनमें पंजाबियों का 20 प्रतिशत शामिल है, का मनोबल टूट जाएगा।

उन्होंने अन्य को भी सावधान करते हुए कहा कि किसानों के खिलाफ दुष्प्रचार करने से फूट पड़ सकती है जिससे पंजाब के लिए मुसीबत खड़ी हो सकती है। कैप्टन ने कहा कि जो कुछ हो रहा है और जो सिंघु बार्डर पर हुआ, ऐसा ही पाकिस्तान करवाना चाहता है।

कैप्टन अमरिंदर सिंह ने कहा कि पाकिस्तान पंजाब की अमन-शांति भंग करने के लिए कृषि कानूनों के मुद्दे पर बेचैनी पैदा करने की कोशिश करेगा। यह बात उन्होंने केंद्रीय गृह मंत्री के साथ साझा की थी। कैप्टन ने कहा कि उन्होंने गृह मंत्री को बताया था कि पाकिस्तान से हथियार, नशा आदि ड्रोन के जरिए आ रहे हैं। इनमें से बहुत से पकड़े भी गए और कुछ पार भी हो गए होंगे।