प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज आम बजट 2021 पर करेंगे प्रमुख अर्थशास्त्रियों संग वर्चुअल चर्चा, अर्थव्यवस्था को बूस्ट करने के उपायों पर ली जाएगी राय

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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज प्रमुख अर्थशास्त्रियों और विभिन्न क्षेत्रों के विशेषज्ञों के साथ बजट 2021 पर चर्चा करेंगे। बैठक में कोविड-19 महामारी की वजह से अर्थव्यवस्था में आई कई अनिश्चितता के बीच उन्हें हल करने के उपायों पर चर्चा की जाएगी। यह बैठक वर्चुअल होगी और इसका आयोजन नीति आयोग ने किया है।

बैठक में वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण, वित्त राज्यमंत्री अनुराग ठाकुर, नीति आयोग के उपाध्यक्ष राजीव कुमार और नीति आयोग के मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) अमिताभ कान्त भी शामिल होंगे। इनके अलावा बैठक में शीर्ष अर्थशास्त्री और विशेषज्ञ अरविंद पनगढ़िया, के वी कामत, राकेश मोहन, शंकर आचार्य, शेखर शाह, अरविंद विरमानी तथा अशोक लाहिड़ी भी शामिल होंगे। एक अधिकारी के मुताबिक, ‘प्रधानमंत्री शुक्रवार को अर्थशास्त्रियों के साथ बैठक करेंगे और उनसे आने वाले बजट पर सुझाव लेंगे।’

मालूम हो कि आम बजट एक फरवरी 2021 को पेश होगा। इस बीच राष्ट्रीय सांख्यिकी कार्यालय (सीएसओ) ने गुरुवार को जारी राष्ट्रीय आय के पहले अग्रिम अनुमान में चालू वित्त वर्ष में भारतीय अर्थव्यवस्था में 7.7 फीसद की गिरावट का अनुमान लगाया है। इस अनुमान में भारतीय अर्थव्यवस्था में संकुचन की मुख्य वजह कोविड-19 महामारी को बताया गया है। एनएसओ के आंकड़े के मुताबिक चालू वित्त वर्ष में कृषि क्षेत्र को छोड़कर लगभग हर सेक्टर में संकुचन देखने को मिला। चालू वित्त वर्ष में मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर में 9.4 फीसद के संकुचन का अनुमान है, जो एक साल पहले की अवधि में 0.03 फीसद के ग्रोथ के साथ लगभग सपाट रहा था।

वित्त वर्ष 2020-21 में कृषि क्षेत्र में 3.4 फीसद के ग्रोथ का अनुमान है। हालांकि, यह वित्त वर्ष 2019-20 के चार फीसद के मुकाबले कम रहने का अनुमान है। एनएसओ के अनुमान के मुताबिक चालू वित्त वर्ष में खनन, ट्रेड, होटल, ट्रांसपोर्ट, कम्युनिकेशन और ब्रॉडकॉस्टिंग से जुड़ी सेवाओं में उल्लेखनीय संकुचन का अनुमान जाहिर किया गया है। देश की इकोनॉमी में चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही में 23.9 फीसद और दूसरी तिमाही में 7.5 फीसद का संकुचन देखने को मिला था।