शेयर मार्केट में अडानी ग्रुप के शेयर की अलग ही पहचान है , इस शेयर में आंख बंद करके भी कोई इन्वेस्टर अगर इन्वेस्ट करता है तो वो माला माल हो जाता है। जहाँ एक तरफ कंपनी की परफॉरमेंस दिन बा दिन अच्छी हो रही थी अचानक एक हफ्ते से क्या हुआ की इस कंपनी में अब कोई इन्वेस्ट नहीं करना चाहता।
हिंडनबर्ग जो की एक शार्ट सेलिंग कंपनी है उसने ये रिपोर्ट जारी की अडानी ग्रुप की 7 लिस्टेड सामान्य 85 % ओवर वैल्यूड है। इस रिपोर्ट के रिलीज़ होने के कुछ दिनों के अंदर कंपनी का मार्केट 5 लाख करोड़ तक घट गया।
अडानी जो की अरबपतियों की लिस्ट में पहले नंबर पे थे वो घट कर तीसरे नंबर पर आ गए . रिपोर्ट की माने तो ये आकड़ा बढ़ कर आठवे नंबर पर आ गया है। अगर ऐसे ही अडानी कंपनी के शेयर में गिरावट होने लगी तो अडानी अरबपतियों की शीर्ष 10 की गिनती से बाहर हो जायेंगे।
बताते चले की अंबानी और अडानी नेट वॉर्थ अब बराबर ही हो गयी बस कुछ आकडो का फर्क है।