पंजाब की भगवंत मान सरकार बिजली फ्री करने के वादे को लेकर निशाने पर आ गई है. विधानसभा चुनाव के दौरान आम आदमी पार्टी ने सरकार बनने पर एक अप्रैल से पंजाब में 300 यूनिट बिजली फ्री करने का वादा किया था. लेकिन चार अप्रैल होने के बावजूद आम आदमी पार्टी की सरकार ने इस वादे को पूरा करने पर कुछ नहीं कहा है. कांग्रेस पार्टी की ओर से बिजली फ्री करने के वादे पर भगवंत मान की सरकार को घेरने का काम शुरू हो गया है.
कांग्रेस पार्टी ने भगवंत मान की सरकार पर बिजली दरों में बढ़ोतरी करने का आरोप भी लगाया है. कांग्रेस पार्टी ने दावा किया कि जब चरणजीत सिंह चन्नी पंजाब के सीएम थे तो राज्य में बिजली के रेट 100 यूनिट तक 1.19 रुपए, 101 से 300 यूनिट तक 4.01 रुपए और 301 से ऊपर 5.76 रुपए प्रति यूनिट थे. कांग्रेस ने कहा कि भगवंत मान की सरकार में बिजली के दाम 100 यूनिट तक 3.49 रुपए, 101 से 300 तक 5.84 रुपए और 301 से ज्यादा 7.30 रुपए प्रति यूनिट हो गए हैं.
बीजेपी ने भी इस मामले को लेकर भगवंत मान की सरकार पर सवाल उठाए हैं. बीजेपी ने आरोप लगाया है कि अरविंद केजरीवाल जिस राज्य में जाते हैं वहां झूठे वादे करते हैं. बीजेपी का कहना है कि आम आदमी पार्टी की सरकार अपने किसी वादे को पूरा नहीं करती है. बीजेपी ने बयान जारी कर कहा कि केजरीवाल ने पंजाब में बिजली फ्री करने का वादा किया था, लेकिन इसे पूरा नहीं किया है.
आप की ओर से किया जा रहा है यह दावा
आम आदमी पार्टी की सरकार हालांकि बिजली फ्री करने के मुद्दे पर बचाव की मुद्रा में आ गई है. चरणजीत सिंह चन्नी को चमकौर साहिब से मात देने वाले चरणजीत सिंह का कहना है कि उनकी सरकार अप्रैल में ही 300 यूनिट तक बिजली फ्री करने के वादे को पूरा करेगी.
चरणजीत सिंह ने कहा, ”हमारी सरकार अपने हर वादे को पूरा कर रही है. बिजली को फ्री करने का वादा इसी महीने से लागू होगा और हर महीने हर घर को 300 यूनिट बिजली फ्री दी जाएगी. कैबिनेट की मीटिंग में इस पर फैसला होना है. बिजली फ्री करने को लेकर बजट भी तय किया जाएगा.”