रिलायंस को 25,000 करोड़ रुपये में सभी रिटेल एसेट्स बेचने के बाद किशोर बियानी पहली बार बोले – 8 बार अमेजन से लगाई मदद की गुहार लेकिन…

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फ्यूचर ग्रुप के संस्थापक किशोर बियानी ने एक इंटरव्यू में कहा है कि जब फ्यूचर ग्रुप को अमेजन की जरूरत थी, तब अमेजन ने उनकी मदद नहीं की. अब यह अमेरिकी कंपनी रिलायंस रिटेल द्वारा फ्यूचर ग्रुप के अधिग्रहण में बाधा बन रही है. किशोर बियानी ने रिलायंस रिटेल को बचानेवाली कंपनी कहा. उन्होंने अमेजन को लेकर कहा कि यह कंपनी चाहती है कि फ्यूचर ग्रुप पिछड़ जाए. यह भी खुलासा किया कि अमेजन के साथ उन्होंने 8 बार खराब वित्तीय हालात के बारे में चर्चा की, लेकिन अमेजन ने उनकी कोई मदद नहीं की.

बियानी ने इस इंटरव्यू में कहा, ‘सहमति के तहत, वो हमें एफिलिएट्स या वित्तीय संस्थान द्वारा लोन के जरिए फंड्स मुहैया करा सकते थे, लेकिन सहमति की शर्तों और हमारे अनुरोध के बावजूद भी उन्होंने ऐसा नहीं किया.’ बियानी ने यह भी कहा कि रिलायंस के साथ यह डील कंपनी को बचाने के लिए थी. उन्होंने अपनी संपत्ति बढ़ाने या रिटेल लिगेसी को जारी रखने के लिए नहीं किया है.

रिलायंस को 25,000 करोड़ रुपये में सभी रिटेल एसेट्स को बेचने के बाद पहली बार मीडिया से बातचीत में उन्होंने यह बात कही है. अमेजन की याचिका के बाद सिंगापुर इंटरनेशनल आर्बिट्रेशन सेंटर ने रिलायंल रिटेल-फ्युचर ग्रुप डील के बीच इस ट्रांजैक्शन पर रोक लगा दिया है.

अमेजन का कहना है कि फ्यूचर ग्रुप ने उस कॉन्ट्रैक्ट का उल्लंघन किया है, जिसमें उसके पास किसी भी सेल को मना करने या प्रतिबंधित करने का हक है. बियानी ने कहा कि अमेजन के लिए उन्होंने पूरी कोशिश की ताकि उनकी कंपनी की कर्ज की समस्या को खत्म हो सके. अमेजन के पास फ्यूचर ग्रुप होल्डिंग कंपनी में हिस्सेदारी है.