देश की सशस्त्र सेनाओं में सैन्य ऑफिसर रैंक के चयन के लिए होने वाली एनडीए परीक्षा के लिए 1.77 लाख महिला अभ्यर्थियों ने आवेदन किया है. देश में ये पहली बार है कि नेशनल डिफेंस एकेडमी यानि एनडीए के लिए महिलाओं आवेदन कर सकती हैं. खुद रक्षा राज्य मंत्री अजय भट्ट ने ये आंकड़ा सोमवार को संसद के सामने रखा. रक्षा राज्यमंत्री अजय भट्ट के मुताबिक, एनडीए (II) साल 2021 के लिए कुल 5,75,856 आवेदन प्राप्त हुए हैं, इनमें से महिला अभ्यर्थियों से प्राप्त कुल आवेदनों की संख्या 1,77,654 है.
साल में दो बार परीक्षा कराती है यूपीएससी
राष्ट्रीय रक्षा अकादमी (एनडीए) में चयन के लिए यूपीएससी साल में दो बार परीक्षा कराती है. सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर हाल ही में एनडीए में दाखिले के लिए महिलाओं के लिए भी दरवाजे खोल दिए गए हैं. इसके लिए पुणे के करीब खड़कवासला स्थित एनडीए एकेडमी में महिला अभ्यर्थियों के प्रशिक्षण के लिए आवश्यक अवसंरचना और सुविधाएं स्थापित कर दी गई हैं.
तीन साल की कड़ी ट्रैनिंग से गुजरना होगा
एनडीए परीक्षा के पास करने के बाद महिलाएं अधिकारी के तौर पर थलसेना, वायुसेना और नौसेना में जा सकेंगी. इसके लिए उन्हें एनडीए अकादमी में तीन साल की कड़ी ट्रैनिंग से गुजरना होगा. इसके एक साल बाद उन्हें अपने अपने विकल्प के अनुसार थलसेना के लिए इंडियन मिलिट्री एकेडमी (आईएमए), देहरादून, वायुसेना के लिए डुंडीगुल (हैदराबाद) एयर फोर्स एकेडमी और नौसेना के लिए एजेमाला (केरल) स्थित इंडियन नेवल एकेडमी में ट्रेनिंग करनी होगी. कुल चार साल के कड़े प्रशिक्षण और ग्रेजुएशेन की डिग्री (जो जेएनयू से मिलेगी) के बाद महिलाएं सशस्त्र सेनाओं में शामिल हो सकेंगी.
सुप्रीम कोर्ट ने खोला था एनडीए का रास्ता
अभी तक महिलाएं सेना की तीनों अंगों में अधिकारी के तौर पर तो शामिल हो सकती हैं लेकिन वो सिर्फ शॉर्ट सर्विस कमीशन के तौर पर शामिल होती थी. लेकिन सुप्रीम कोर्ट ने महिलाओं को परमानेंट कमीशन देने के साथ साथ एनडीए का रास्ता भी खोल दिया है. ऐसे में अब महिलाएं थलसेना की कॉम्बेट-आर्म यानि इंफेंट्री, आर्टलरी और आर्मर्ड के अलावा सभी कॉम्बेट सपोर्ट आर्म्स में शामिल हो सकेंगी. वायुसेना और नौसेना में महिलाओं को पहले से कॉम्बेट रोल दे दिया गया है.