योगेश राज, उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर में 2018 की भीड़ की हिंसा का एक आरोपी है, जिसके कारण एक ऑन-ड्यूटी पुलिस निरीक्षक सहित दो लोगों की मौत हो गई थी. वह अब एक स्वतंत्र उम्मीदवार के रूप में बुलंदशहर की स्याना विधानसभा सीट से चुनाव लड़ रहा है. योगेश राज ने योगेश कुमार के रूप में अपना नामांकन दाखिल किया है और अपने हलफनामे में, कक्षा 12-पासआउट और उम्र 26 लिखाई है, और यह भी घोषित किया है कि उसके खिलाफ दो आपराधिक मामले हैं जिनमें 2018 की भीड़ हिंसा मामले सहित एक फैसले की प्रतीक्षा है. मतदाता सूची में उसका नाम योगेश कुमार है ना कि योगेश राज.
दिसंबर 2018 में बुलंदशहर जिले के स्याना इलाके में हुई हिंसा के बाद पुलिस इंस्पेक्टर सुबोध कुमार सिंह और स्थानीय निवासी सुमित की गोली लगने से मौत हो गई थी. चिंगरावती गांव के बाहर मवेशियों के शव पड़े मिलने के बाद हिंसा भड़क गई थी. योगेश उन 80 लोगों में शामिल था, जिनमें से 27 नामजद थे और बाकी अज्ञात थे.
पुलिस ने उसे हिंसा में कथित भूमिका के लिए गिरफ्तार किया था. योगेश राज घटना के समय बजरंग दल के बुलंदशहर इकाई के संयोजक था, लेकिन अब इसका सदस्य नहीं है. जमानत पर रिहा हुए योगेश ने पंचायत चुनाव लड़ा था और छह उम्मीदवारों में से एक विजेता बनकर उभरा था. राज्य में पहले चरण के चुनाव के दौरान स्याना विधानसभा क्षेत्र में 10 फरवरी को मतदान होना है.