World Corona Update: विश्व में 16.11 करोड़ से ज्यादा हुई संक्रमितों की संख्या, 33.47 लाख की जान गई

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Omicron outbreak

भारत की तरह नेपाल में भी कोरोना संक्रमण में ऑक्सीजन की कमी से मौतें बढ़ने लगी हैं और लोगों को कई परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। अधिकारियों ने बताया कि ऑक्सीजन की किल्लत के चलते नेपाल के लुंबिनी प्रांत के दो अलग-अलग अस्पतालों में इलाज के दौरान 14 मरीजों की मौत हो गई। इसके अलावा दो और मरीज ऑक्सीजन की कमी से मारे गए हैं।

बुटाला के कोरोना अस्पताल में 11 मरीजों की मौज हो गई जबकि तीन की मौत रूपनदेही जिले के भैरहवा स्थित भीम अस्पताल में तीन की मौत हुई। इस बीच, काठमांडो घाटी के 12 अस्पतालों ने ऑक्सीजन की कमी के कारण कोविड-19 रोगियों को भर्ती नहीं करने की घोषणा तक कर दी।

घाटी के कुछ अस्पतालों ने कहा है कि अब रोगियों के इलाज के लिए ऑक्सीजन की आपूर्ति नहीं है जबकि उनके पास ऑक्सीजन के खाली सिलेंडर हैं। ‘हिमालयन टाइम्स’ की खबर के मुताबिक, सरकार ने निजी अस्पतालों से कहा है कि वे ऑक्सीजन की मांग को पूरा करने के लिए 15 दिन में ऑक्सीजन संयंत्र लगवा लें। सरकार इसमें जरूरी सहयोग देगी।

बता दें कि देश में संक्रमण के 4,13,111 मामले हैं जबकि मौतों की संख्या 4,084 है। विश्व में कुल संक्रमितों की संख्या 16.11 करोड़ पार हो गई और मृतक संख्या 33.47 लाख है।

यूरोपीय संघ ने कहा, भारत से गैर जरूरी आवाजाही रोकें
यूरोपीय संघ ने अपने सदस्य देशों से भारत के साथ गैरजरूरी आवाजाही रोकने की अपील की है। उसने सदस्य देशों से कहा कि कोविड के नए स्वरूप को फैलने से रोकने के लिए भारत के साथ गैरजरूरी आवाजाही को अस्थायी रूप से बंद कर दें। आयोग ने कहा कि उसका प्रस्ताव डब्ल्यूएचओ के फैसले पर आधारित है जिसमें भारतीय स्वरूप का स्तर बढ़ाकर ‘वैरिएंट ऑफ कंसर्स’ किया गया था। 

यूरोपीय आयोग ने कहा, यह आवश्यक है कि भारत से यात्राओं की श्रेणी को सख्ती से न्यूनतम कर दिया जाए और सिर्फ जरूरी कामों से आवाजाही को ही मंजूरी दी जाए। जिन्हें भारत से यूरोप आना हो उनके लिए सख्त जांच और क्वारंटीन की व्यवस्था की जाए।

अमेरिका में स्वीकृत टीके भारतीय स्वरूप के खिलाफ प्रभावी
अमेरिका ने फाइजर, मॉडर्ना और जॉनसन एंड जॉनसन जैसे जिन टीकों को मंजूरी दी है, वे भारत में मौजूद कोरोना वायरस के बी-1617 स्वरूप के खिलाफ प्रभावी हैं। राष्ट्रीय विज्ञान संस्थान के निदेशक डॉ. फ्रांसिस कोलिन्स ने कहा कि यह विश्लेषण कोविड-19 के स्वरूप और अमेरिका द्वारा स्वीकृत तीन प्रमुख टीकों के बारे में ताजा आंकड़ों पर आधारित है।