Weather Update Today: दिल्ली NCR में बारिश ने बढ़ाई ठिठुरन, पूरे उत्तर भारत में जारी है ठंड का प्रकोप

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    कड़ाके की ठंड और कोहरे के साथ साथ दिल्ली और एनसीआर इलाके में रहने वाले लोगों पर बारिश की दोहरी मार पड़ी है. शनिवार को दिल्ली और उसके आस पास के इलाकों में सुबह से ही बूंदा बांदी देखी जा रही है. इसी बीच पूरा उत्तर भारत (North India) जबरदस्त ठंड से परेशान है, मौसम विभाग के अनुसार पश्चिमी विक्षोभ के कारण पूरा उत्तर भारत के तापमान में गिरावट देखी जा रही है. IMD ने शुक्रवार को राष्ट्रीय राजधानी और इसके आसपास के इलाकों में अगले तीन दिनों तक हल्की बारिश होने का अनुमान जताया था. आज के लिए यलो अलर्ट भी चारी किया गया है. आज पूरे दिन बादल छाए रहने और बूंदाबांदी की आशंका है।

    मध्य प्रदेश
    भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने मध्य प्रदेश के 19 जिलों में गरज के साथ बिजली गिरने, ओला गिरने और बारिश होने के पूर्वानुमान के बीच ‘ऑरेंज अलर्ट’ जारी किया है. दो-तीन दिनों तक बादल छाए रहने की संभावना है जिससे लोगों को ठंड से राहत मिलेगी. हालांकि पश्चिम मध्य प्रदेश में तीन दिनों के बाद न्यूनतम तापमान में गिरावट आने और इससे ठंड बढ़ने का अनुमान है.

    उत्तर प्रदेश
    मौसम विभाग के पूर्वानुमान के अनुसार उत्तर प्रदेश के इलाकों में सुबह घना कोहरा देखने को मिलेगा तो वहीं कई जिलों में हल्की बारिश के बाद तापमान में भी गिरावट देखी जाएगी.

    राजस्थान
    पश्चिमी विक्षोभ के सक्रिय होने से के कारण राजस्थान के कई इलाकों में 21 जनवरी की रात से ही बारिश हो रही है. इसमें जोधपुर, बीकानेर, अजमेर, जयपुर, कोटा कुछ इलाके शामिल हैं. इसके साथ ही कई इलाकों में घना कोहरा छाए हुआ है, 23 जनवरी को जयपुर और भरतपुर संभाग में कहीं कहीं हल्की बारिश का अनुमान जताया गया है.

    जम्मू कश्मीर
    मौसम विभाग के अनुसार आज जम्मू कश्मीर में आंशिक रूप से बादल छाए रहेंगे और कई इलाकों में हल्की बारिश और बर्फबारी हो रही है वहीं कुछ इलाकों में रविवार 23 जनवरी को बारिश और बर्फबारी हो सकती है. विभाग के अनुसार इस महीने के अंत तक मौसम के मुख्य रूप से शुष्क रहने की संभावना है और जनवरी के आखिर तक ज्यादा बारिश या बर्फबारी का कोई पूर्वानुमान नहीं है. कश्मीर में फिलहाल 40 दिन का ‘चिल्लई-कलां’ चल रहा है जो पिछले महीने 21 दिसंबर को शुरू हुआ था. ‘चिल्लई-कलां’ के दौरान क्षेत्र में अत्याधिक ठंड पड़ती है और पारा काफी लुढ़कता है तथा डल झील समेत कई जलाशय जम जाते हैं. घाटी के विभिन्न इलाकों में पानी की पाइपलाइन में भी पानी जम जाता है.