उत्तर प्रदेश बजट सत्र : राज्यपाल के अभिभाषण के दौरान किसानों की समस्याओं, महंगाई और पेट्रोल-डीजल के बढ़ते दामों को लेकर सपाइयों का जबरदस्त हंगामा

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यूपी में बजट सत्र आज से शुरू हो गया है। सत्र के पहले दिन आज राज्यपाल आनंदी बेन पटेल ने दोनों सदनों को संयुक्त रूप से संबोधित किया। इस दौरान सपा कार्यकर्ताओं ने किसानों की समस्याओं, महंगाई और पेट्रोल-डीजल के बढ़ते दामों को लेकर जबरदस्त हंगामा किया और नारेबाजी की। राज्यपाल अभिभाषण पढ़ती रहीं और सपाई हंगामा करते रहे।

इसके पहले गुरुवार सुबह विधानभवन के बाहर ही सपा व कांग्रेस के नेताओं ने महंगाई, किसानों व पेट्रोल-डीजल के बढ़ते दामों को लेकर प्रदर्शन किया। सपा नेताओं ने विधानसभा में चौधरी चरण सिंह की प्रतिमा के पास बैठकर महंगाई और किसानों की समस्याओं को लेकर यूपी सरकार के खिलाफ नारेबाजी की।

सपा कार्यकर्ता सदन के पहले दिन ट्रैक्टर से विधान भवन पहुंचे। वो ट्रैक्टर परिसर के अंदर ले जाना चाहते थे लेकिन सुरक्षाकर्मियों ने उन्हें रोक दिया। जिसके बाद सपा कार्यकर्ता चौधरी चरण सिंह की प्रतिमा के पास जाकर बैठ गए। इस दौरान लगातार नारेबाजी होती रही।

वहीं, राज्यपाल आनंदी बेन पटेल के सदन पहुंचने पर उन्हें गार्ड आफ ऑनर दिया गया। उनके साथ मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ व विधानसभा अध्यक्ष हृदय नारायण दीक्षित मौजूद थे। बता दें कि सत्र के दौरान विपक्ष ने किसान आंदोलन व कानून-व्यवस्था को लेकर सरकार को घेरने की रणनीति बनाई है।

नेता प्रतिपक्ष रामगोविंद चौधरी ने कहा कि विधानमंडल के बजट सत्र में समाजवादी पार्टी किसान आंदोलन का मुद्दा प्रमुखता से उठाएगी। दिल्ली से सटी प्रदेश की सीमा (गाजीपुर बॉर्डर) पर किसानों के आंदोलन को 80 दिन से ज्यादा हो गए हैं। बॉर्डर पर कटीलें तारों, कीलों व बड़े-बड़े पत्थरों से ऐसी बैरिकेडिंग की गई हैं मानों दुश्मन से लोहा लेने की तैयारी हो। सरकार ने लोकतांत्रिक मूल्यों को ताक पर रख दिया है। किसानों के खिलाफ झूठे मुकदमे दर्ज किए जा रहे हैं। किसानों को तबाह करने वाले कानून जबरन थोपे जा रहे हैं।

उन्होंने कहा कि सरकार ने गन्ना किसानों के साथ धोखा किया है। तीन साल से गन्ना मूल्य नहीं बढ़ाया। बकाया भुगतान भी 10 हजार करोड़ रुपये से ऊपर पहुंच गया है। सरकार गन्ना किसानों के हितों की पूरी तरह अनदेखी कर रही है। यही हाल धान खरीद का रहा। किसानों को हजार से बारह सौ रुपये में बिचौलियों के हाथों धान बेचना पड़ा। उन्होंने कहा कि पुलिस हिरासत में मौतें बढ़ गई हैं। आजादी के बाद प्रदेश में इतनी खराब कानून व्यवस्था कभी नहीं रही, जितनी अब है। प्रधानों, पूर्व प्रधानों की हत्याएं हो रही है। समाजवादी पार्टी इन सभी मुद्दों को विधानसभा में पूरी ताकत से उठाएगी।