राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और उनके डेमोक्रेटिक प्रतिद्वंद्वी जो बिडेन आज रात को अंतिम डिबेट के लिए टेनेसी में आमने सामने होंगे। 90 मिनट का यह डिबेट चुनाव से मात्र 12 दिन पहले आयोजित की जा रही है। 3 नवंबर को अमेरिका में राष्ट्रपति चुनाव है। इसके लिए रिपब्लिकन उम्मीदवार राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप हैं और उपराष्ट्रपति पद के लिए माइक पेंस को उम्मीदवार बनाया गया है। दूसरी ओर डेमोक्रेटिक राष्ट्रपति उम्मीदवार जो बिडेन और उपराष्ट्रपति पद के लिए कमला हैरिस को चुना गया है।
इस डिबेट के लिए जहां ट्रंप और बिडेन तैयारी में जुटे हैं वहीं इन पांच सवालों पर संशय बरकरार है जिसका समाधान डिबेट के बाद ही मिल सकेगा। क्या ट्रंप रेस की दिशा को मोड़ सकते हैं ? राष्ट्रीय सर्वे के अनुसार, इस चुनाव में ट्रंप हारते नजर आ रहे हैं। साथ ही ट्रंप के कुछ और सहयोगी भी भारी हार की संभावना के कारण चिंता में हैं। दूसरा सवाल है कि क्या ‘म्यूट बटन’ से चीजें सही होंगी? नियमों के बदलाव के साथ बटन को म्यूट किए जाने को लेकर सवाल है कि क्या यह सामान्य हालात बरकरार रख सकेगा। पहले डिबेट में ट्रंप द्वारा हस्तक्षेप किए जाने को लेकर राष्ट्रपति उम्मीदवारों के डिबेट के लिए गठित आयोग ने इस अंतिम डिबेट के लिए नया नियम बनाया है। नए नियम के तहत प्रतिद्वंद्वी वक्ताओं के माइक्रोफोन दो मिनट के लिए बंद हो जाएंगे ताकि अपना पक्ष रखने जा रहा उम्मीदवार अपनी बात की शुरुआत निर्बाध तरीके से कर सके।
महामारी के लिए क्या ट्रंप के पास उपयुक्त हल है ? चाहे वो चाहें या न चाहें राष्ट्रपति को कोरोना वायरस के बारे में बात करना होगा और वह भी उपयुक्त जवाब के साथ न कि पहले डिबेट की तरह। यह आसान नहीं होगा। कुछ महीनों में कोरोना वायरस संक्रमण बुरी तरह फैल गया ओर 2 लाख 20 हजार से अधिक अमेरिकियों की मौत हो गई है। इस संक्रमण को फैलने से रोकने पर काम करने के बजाय ट्रंप ने हाल के दिनों में देश के सम्मानित संक्रामक बीमारी के विशेषज्ञ डॉक्टर एंथनी फॉसी पर हमला किया है।