सस्ता होगा हाईवे पर सफर, हर 60 किलोमीटर पर होगा सिर्फ एक टोल

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road transport minister nitin gadkari

आने वाले समय में हाईवे पर सफर और सस्ता होने जा रहा है. सरकार एक निश्चित सीमा के अंदर सिर्फ एक बार ही टोल लेगी. इसके साथ ही टोल प्लाजा (Toll) के करीब रहने वाले और लगातार हाईवे से सफर करने वाले स्थानीय लोगों को भी राहत देने जा रही है. केंन्द्रीय सड़क एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गड़करी ने आज लोक सभा में सरकार की इस योजना के बारे में जानकारी दी जिसके मुताबिक हाईवे पर अब टोल प्लाजा की संख्या सीमित होगी वहीं स्थानीय लोगों को अब टोल चुकाना नहीं पड़ेगा. सरकार की ये योजना अगले 3 महीने में अमल में आ जायेगी.

क्या है सरकार की योजना
केन्द्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने आज ऐलान किया कि सरकार आने वाले 3 महीने में देश में टोलप्लाजा की संख्या घटाने जा रही है और 60 किलोमीटर के दायरे में सिर्फ एक टोल प्लाजा ही कार्यरत होगा. केंद्रीय मंत्री नितिन गड़करी ने आज लोकसभा में ये बयान देते हुए कहा है कि 60 किलोमीटर में पड़ने वाले बाकी अन्य टोल प्लाजा अगले 3 महीने में बंद कर दिये जाएंगे. वहीं केन्द्रीय मंत्री के मुताबिक टोल प्लाजा के करीब रहने वाले लोगों को टोल नहीं चुकाना होगा उन्हें पास जारी किया जायेगा. इससे हाईवे पर सफर करने वालों की जेब को राहत मिलेगी साथ ही ज्यादा से ज्यादा लोग टोल चुकाकर हाईवे से सफर करने के प्रेरित होंगे. दरअसल सरकार हाईवे पर ट्रैफिक बढ़ाकर टोल से आय बढ़ाने पर जोर दे रही है. वहीं टोल प्लाजा के आसपास रहने वालों की हमेशा से मांग होती है कि उन्हें टोल में राहत दी जाए क्योंकि स्थानीय होने की वजह से उन्हें लगातार आना जाना पड़ता है. सरकार की नई योजना से टोल प्लाजा के करीब रहने वालों को भी काफी फायदा मिलने की उम्मीद है.

2022-23 में बढ़ेगी टोल से आय
पिछले महीने आई क्रिसिल की एक रिपोर्ट के अनुसार चालू वित्त वर्ष की दूसरी छमाही के दौरान आवाजाही में उल्लेखनीय गिरावट की वजह से 2021-22 के पूरे साल में राष्ट्रीय राजमार्गों पर टोल रोड यातायात में 7-9 प्रतिशत की मामूली वृद्धि होगी. हालांकि अगले वित्त वर्ष 2022-23 में यातायात में टोल रोड ऑपरेटर्स के राजस्व में अच्छी बढ़ोतरी होगी. वहीं नितिन गडकरी पहले ही अनुमान दे चुके हैं कि एनएचएआई की टोल से आय में आने वाले समय के दौरान तेज उछाल की उम्मीद है और अगले तीन साल में यह कमाई 40,000 करोड़ रुपये सालाना से बढ़कर 1.40 लाख करोड़ रुपये हो जाएगी. वहीं सरकार ऐसी तकनीक पर काम कर रही है जिसके बाद आने वाले समय में किसी भी टोल प्लाजा की जरूरत नही पड़ेगी और व्हीकल जितने समय हाईवे पर ड्राइव करेंगे आपसे उतना टोल वसूल लिया जाएगा.