कुछ इंसान ऐसे होते हैं जिनका व्यक्तित्व ही उनकी असल पहचान होती है, जिसे किसी मूर्ति या चित्र की जरूरत नहीं होती. इरफान खान ऐसी ही शख्सियत में से एक थे, जिन्होंने अपने व्यक्तित्व और सिनेमाई पर्दे पर दिखाए गए अभिनय से खुद को लोगों के दिलों में आज भी जिंदा रखा है. आज इस महान अभिनेता की 54वीं जयंती है. इरफान खान भले ही आज हम लोगों के बीच नहीं हैं, लेकिन वह आज भी अपने फैंस की दिल की धड़कन बनकर धड़कते हैं.
इरफान खान को पहले कैंसर हुआ और जब वह कैंसर से ठीक होकर घर लौटे, तो 29 अप्रैल, 2020 को कोलन इंफेक्शन ने उनकी जान ले ली. इरफान खान का जाना उनके चाहने वालों को आज भी खलता है. इरफान खान हिंदी सिनेमा के एक ऐसे अभिनेता थे, जिन्होंने अपनी प्रसिद्धि को अपना अहंकार नहीं बनने दिया और हमेशा जमीन से जुड़कर रहे. इरफान खान ने अपने तीन दशक लंबे एक्टिंग करियर में कई सीरियल्स और कई फिल्मों में काम किया, जिनमें ‘चंद्रकांता’, ‘जय हनुमान’, ‘श्रीकांत’, ‘किरदार’, ‘जस्ट मोहब्बत’ जैसे सीरियल्स और ‘पान सिंह तोमर’, ‘हिंदी मीडियम’, ‘लाइफ ऑफ पाई’, ‘जुरासिक पार्क’, ‘मदारी’, ‘द जंगल बुक’, ‘द लंचबॉक्स’, ‘डी डे’, ‘मकबूल’ जैसी कई हिट फिल्में शामिल हैं.
उनके परिवार में पत्नी सुतापा सिकदर और दो बेटे बाबिल खान और अयान खान हैं।