टीएमसी कांग्रेस के नेता सुखेंदु शेखर रॉय ने भाजपा पर आरोप लगाते हुए कहा कि 2024 के लोकसभा चुनाव से पहले पश्चिम बंगाल में राष्ट्रपति शासन लगाने की योजना है। मीडिया को दिए हुए एक इंटरव्यू में TMC सांसद दावा किया कि इस उद्देश्य को प्राप्त करने के लिए भाजपा ने एक चौतरफा रणनीति तैयार की है।
रॉय ने कहा- “हाल ही में भाजपा युवा विंग के नेता अर्जुन चौरसिया की मृत्यु के बाद गृह मंत्री मौके पर पहुंचे और सीबीआई जांच की मांग की। चुनाव के बाद की हिंसा का मुद्दा बार-बार उठाया गया। भाजपा ने दाखिल बोगटुई गांवों में रामपुरहाट हिंसा, हंसखली सामूहिक बलात्कार और हर दूसरी घटना में जनहित याचिकाएं दाखिल की है।” रॉय ने दावा किया कि इन सभी घटनाओं में ममता बनर्जी के नेतृत्व वाली बंगाल सरकार ने त्वरित कार्रवाई की है।
रॉय ने कहा – केंद्रीय एजेंसियों का गलत उपयोग हो रहा है , मई 2021 में विधानसभा चुनावों में टीएमसी की बंपर जीत के बाद बंगाल के नेताओं व मंत्रियों के खिलाफ केंद्रीय एजेंसियों का गलत उपयोग बीजेपी कर रही है। उन्होंने आगे कहा, “2 मई के परिणामों के बाद नारद मामले के सिलसिले में तृणमूल के कई वरिष्ठ मंत्रियों को गिरफ्तार किया गया था। वहीं, कैमरे पर रिश्वत लेते देखे गए भाजपा नेता विपक्ष (एलओपी) सुवेंदु अधिकारी को सीबीआई ने तलब भी नहीं किया।”