नेपाल विमान हादसे में को-पायलट अंजू खतिवडा की कहानी ने दहलाया दिल..

227
bhn
bhn

नेपाल में रविवार को हुए विमान हादसे ने सभी का दिल दहला दिया हैं जी हां यती एयरलाइंस का ये विमान नेपाल की राजधानी काठमांडू से पोखरा की ओर जा रहा था. पायलट ने विमान को शहर में क्रैश होने से बचाने की पूरी कोशिश की थी. इस विमान में बतौर सीनियर पायलट कमल केसी थे. उनके साथ को-पायलट अंजू खतिवडा थीं. बतौर को-पायलट ये अंजू खतिवडा की आखिरी उड़ान थी. इसके बाद वो कैप्टन बनने वाली थीं. उनके सीनियर पायलट और ट्रेनर कमल केसी थे. कई पायलटों को ट्रेनिंग दे चुके कैप्टन कमल केसी को 35 साल का अनुभव था. 15 जनवरी को पोखरा के लिए उड़ान भरते समय कैप्टन कमल केसी ने मुख्य पायलट की सीट पर को-पायलट अंजू को बैठाया था.

सफल लैंडिंग के बाद अंजू को मुख्य पायलट का लाइसेंस मिलता
दरअसल इस विमान की सफल लैंडिंग के बाद अंजू को मुख्य पायलट का लाइसेंस मिल जाता. को-पायलट अंजू इससे पहले नेपाल के लगभग सभी विमानस्थलों पर सफल लैंडिंग करा चुकी थीं. लेकिन 15 जनवरी को पोखरा इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर लैंडिंग से ठीक पहले विमान क्रैश हो गया. को-पायलट अंजू के पति दीपक पोखरेल भी यती एयरलाइंस में ही को-पायलट थे. लगभग 16 साल पहले अंजू के पति की भी विमान दुर्घटना में मौत हो गई थी. 21 जून, 2006 को यती एयरलाइंस का 9N AEQ विमान नेपाल में दुर्घटनाग्रस्त हुआ था. ये विमान नेपालगंज से सुर्खेत होते हुए जुम्ला जा रहा था. इस विमान हादसे में 6 यात्री और 4 क्रू मेंबर्स की मौत हो गई थी.

बता दें कि यती एयरलाइंस का जो विमान पोखरा में क्रैश हुआ. वो काठमांडू के त्रिभुवन इंटरनेशनल एयरपोर्ट से सुबह 10:33 बजे निकला था. नेपाल के सिविल एविएशन अथॉरिटी के मुताबिक करीब 11 बजे लैंडिंग से पहले विमान दुर्घटनाग्रस्त हो गया. एयरपोर्ट अथॉरिटी की ओर से कहा गया है कि हादसा तकनीकी खराबी की वजह से हुआ. फ़िलहाल इस खबर ने देशवासियो का दिल झकझोर दिया हैं.