महाराष्‍ट्र : सेना का फर्जी अफसर बनकर किया 53 से अफेयर, 4 से शादी, 20 से ठगी, पहुंचा सलाखों के पीछे

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महाराष्‍ट्र की बिबवेवाड़ी पुलिस ने सेना का अधिकारी बनकर 50 से ज्‍यादा महिलाओं को प्‍यार के जाल में फंसाने वाले और 4 महिलाओं से शादी करने वाले औरंगाबाद के कन्नड़ तालुका निवासी योगेश दत्‍तू गायकवाड़ (26) को गिरफ्तार किया है. आरोपी ने महिलाओं के साथ ही 20 से ज्‍यादा युवाओं को सेना में नौकरी दिलाने के नाम पर लाखों की ठगी भी की है. पुलिस ने इस धोखाधड़ी में योगेश का साथ देने वाले अहमदनगर निवासी संजय शिंदे को भी गिरफ्तार किया है, जो योगेश के लिए बाउंसर का काम करता था. पुलिस को संजय और योगेश के पास से सेना की 12 वर्दी और अन्‍य आपत्तिजनक सामग्री बरामद हुई हैं.

इस पूरी धोखाधड़ी का खुलासा तब हुआ जब 21 जून को बिबवेवाड़ी की एक महिला (22) ने गायकवाड़ के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई. पुलिस उपायुक्त (जोन वी) नम्रता पाटिल ने बताया कि योगेश इतना शातिर था कि महिलाओं को प्‍यार में फंसा कर उनसे और उनके रिश्तेदारों से ठगी करता था. पुलिस जांच में पता चला है कि योगेश ने अब तक चार शादियां की है. इसमें से उसकी दो पत्नियां पुणे की, एक अमरावती की और एक औरंगाबाद की रहने वाली है. इनमें से दो शादियां आलंदी की धर्मशालाओं में और दो अन्य मंदिरों में हुईं थीं. वरिष्ठ निरीक्षक सुनील जावरे ने बताया कि हमारी शुरुआती जांच में पता चला है कि योगेश 53 महिलाओं को डेट कर चुका है.

जांच में पता चला है क‍ि योगेश महिलाओं और उनके परिवार के सदस्‍यों के सामने खुद को मेजर या कर्नल बताया करता था. उसने खुद का नाम राम रखा था. वह दावा करता था कि वह जम्मू-कश्मीर में तैनात है. योगेश जब कभी भी महिलाओं से मिलता था तो वह हमेशा सेना की वर्दी में रहता था. पुलिस को उसके पास से 12 सेना की वर्दी, 26 नए जूते, दो मोटरसाइकिल, दो चार पहिया वाहन, एक ट्रंक, सेल फोन, रबर स्टैंप और अन्य कीमती सामान, 5.5 लाख रुपये बरामद हुए हैं.

पुलिस ने बताया कि योगेश के बारे में उन्‍हें साल 2017 में पता चला था. तब अहमदनगर के तोपखाना पुलिस स्‍टेशन में पहली बार योगेश के कारनामों के बारे में पता चला था. इसके बाद पुलिस ने तहकीकात कर योगेश के घर का पता लगा लिया. हालांकि योगेश के माता-पिता ने कहा कि उनका बेटा महीनों से उनसे मिलने नहीं आया है. उसके बारे में उन्‍हें कोई जानकारी भी नहीं है. योगेश अपनी पहचान छुपाने के लिए किसी भी मकान में दो महीने से ज्‍यादा नहीं रहा करता था. आखिरकार पुलिस ने उसे औरंगाबाद से पकड़ लिया.

योगेश ने अलग अलग वैवाहिक वेबसाइटों पर सेना के अधिकारी के रूप में एक नकली प्रोफाइल बनाई थी. इसके बाद वह जिस भी महिला से मिलता उसके रिश्‍तेदारों की नौकरी लगवाने का लालच देता. इसके बाद वह उनसे पैसे लेकर उनकी भर्ती सेना में कराने की बात करता. जांच में पता चला है कि उसने 22 युवाओं को फर्जी ज्‍वाइनिंग लेटर भी दिए थे.