श्रीलंका में पूर्व राष्ट्रपति गोटबया राजपक्षे के खिलाफ शुरु हुआ विरोध प्रदर्शन 123 दिन बाद मंगलवार को समाप्त हो गया। हालांकि आंदोलनकारियों का कहना है कि प्रशासन में बदलाव आने तक उनकी यह मुहीम जारी रहेगी। गौरतलब है कि श्रीलंका इस समय इतिहास के अभूतपूर्व आर्थिक संकट झेल रहा है।
आंदोलनकारी समूह से जुड़े मनोज नानायकारा ने बताया कि, “हमने आज सार्वजनिक रूप से गाले फेस विरोध स्थल को छोड़ने का फैसला किया है। इसका मतलब यह नहीं है कि हमारा आंदोलन समाप्त हो गया है।” एक और प्रदर्शनकारी ने मीडिया को बताया कि “हमने विरोध स्थल पर अभियान समाप्त कर दिया है लेकिन सिस्टम में बदलाव आने तक हमारा अभियान जारी रहेगा।