महेंद्र सिंह धोनी को मेंटोर बनाने के फैसले पर सौरव गांगुली बोले – टीम को T20 वर्ल्ड कप में धोनी का अनुभव मदद करेगा

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T20 वर्ल्ड कप (T20 World Cup) के लिए टीम इंडिया (Team India) का ऐलान हुए अब कुछ दिन बीत चुके हैं. टीम चुनी गई तो अश्विन (Ashwin) का चुना जाना सुर्खियां बना. युजवेंद्र चहल (Yuzvendra Chahal) और शिखर धवन (Shikhar Dhawan) को जगह नहीं मिली तो वो भी सुर्खियां बनी. लेकिन, एक हल्ला धोनी (Dhoni) को टीम का मेंटोर बनाए जाने को लेकर भी मचा. धोनी को मेंटोर बनाए जाने के BCCI के फैसले की वैसे तो ज्यादातर लोगों ने सराहना की. लेकिन, इस फैसले के पीछे खुद BCCI की क्या सोच रही. बोर्ड के अध्यक्ष सौरव गांगुली (Sourav Ganguly) ने ये कदम क्या सोचकर उठाया. ये भी जानना एक बड़ा मसला रहा. तो अब इस मसले का जवाब गांगुली ने खुद आगे बढ़कर दिया है.

सौरव गांगुली ने धोनी को मेंटॉर बनाए जाने की वजह बताते हुए एकदम सीधी बात की है. उन्होंने बिना कोई लागलपेट के कहा कि ये फैसला 2013 से चले आ रहे सूखे को खत्म करने के इरादे से लिया गया है. अंग्रेजी अखबार द टेलीग्राफ को दिए इंटरव्यू में भारत के पूर्व कप्तान और BCCI के मौजूदा अध्यक्ष ने कहा, ” हमारे इस कदम से टीम को T20 वर्ल्ड कप में मदद मिलेगी. धोनी का रिकॉर्ड क्रिकेट के T20 फॉर्मेट और IPL में चेन्नई सुपर किंग्स के लिए अच्छा रहा है. उन्हें मेंटॉर बनाने का फैसला काफी सोच समझ कर लिया गया है. हमने इस पर गहन मंथन किया है. हमने 2013 के बाद ICC ट्रॉफी नहीं जीती है. और, धोनी का अनुभव उस काम में मदद कर सकता है.”

भारत ने 2013 से नहीं जीता ICC खिताब
साल 2013 में जब टीम इंडिया ICC की चैंपियंस ट्रॉफी का खिताब अपने नाम किया था तो उसके कप्तान एमएस धोनी ही थे. भारत ने ये टूर्नामेंट इंग्लैंड की जमीन पर जीता था. ऐसे में सौरव गांगुली को उम्मीद है कि धोनी के जुड़ने से भारत का वो सूखा इस बार खत्म हो सकता है. उन्होंने माना कि धोनी की क्रिकेट की समझ और उनका अनुभव UAE में T20 वर्ल्ड कप जीतने में टीम की मदद कर सकता है.

धोनी का वही रोल जो ऑस्ट्रेलियाई टीम में वॉ का था
गांगुली ने धोनी के मेंटॉर बनाए जाने के फैसले को ऑस्ट्रेलियाई टीम नें स्टीव वॉ से भी जोड़ा. उन्होंने कहा, ” याद कीजिए स्टीव वॉ का भी उस ऑस्ट्रेलियाई टीम में यही रोल था, जिसने पिछली बार इंग्लैंड में जाकर एशेज सीरीज 2-2 से बराबर कर लौटी थी.” BCCI चीफ ने कहा कि मेरा ये मानना है कि इस तरह के खिलाड़ियों का टीम से जुड़े रहना हमेशा फायदेमंद रहता है.