दूसरी औपचारिकताएं पूरी करने के लिए यात्रियों को फ्लाइट के वक्त से थोड़ा पहले एयरपोर्ट पहुंचना होता है. ऐसे यात्रियों को सबसे ज़्यादा परेशानी दिल्ली-एनसीआर के ट्रैफिक में आती है. मेट्रो ट्रेन से सफर करने पर हर स्टेशन पर ट्रेन के रुकने के चलते एयरपोर्ट पहुंचने में वक्त लगता है. लेकिन, जेवर एयरपोर्ट तक मेट्रो ट्रेन से पहुंचने में बहुत ही कम वक्त लगेगा. दरअसल, नोएडा मेट्रो रेल कॉरपोरेशन एक्सप्रेस लाइन शुरू करने जा रही है. इस लाइन पर मेट्रो ट्रेन करीब 120 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से दौड़ेगी.
नोएडा मेट्रो रेल कॉरपोरेशन के अफसरों की मानें तो नोएडा को जेवर एयरपोर्ट से जोड़ने के लिए मेट्रो लाइन को पहले ही सरकार की अनुमति मिल चुकी है. इस लाइन पर ग्रेटर नोएडा से जेवर एयरपोर्ट तक के लगभग 35 किमी लंबे रूट पर 25 मेट्रो स्टेशन प्रस्तावित थे. अब इस रूट को एक्सप्रेस लाइन में बदलने के चलते सिर्फ 6 स्टेशन ही बनाए जाएंगे.
नोएडा मेट्रो रेल कॉरपोरेशन ने ग्रेटर नोएडा से जेवर एयरपोर्ट तक के बीच में जिन 5 जगहों को मेट्रो स्टेशन बनाने के लिए चुना है. उनमें यमुना एक्सप्रेस विकास प्रधिकरण (यीडा) के सेक्टर 18, 20, 21, 22-डी और 28 हैं. एक्सप्रेस लाइन के इस सफर में आखिरी स्टेशन जेवर एयरपोर्ट टर्मिनल होगा.
एयरपोर्ट की एक्सप्रेस लाइन पर मेट्रो स्टेशन कम करने के पीछे की मंशा यात्रियों का वक्त बचाना और उन्हें जल्द से जल्द एयरपोर्ट तक पहुंचाना है. खास बात यह है कि आईजीआई एयरपोर्ट की तरह से ही आने वाले कुछ दिन में जेवर एयरपोर्ट भी मेट्रो रेल लाइन से जुड़ जाएगा.
नोएडा मेट्रो रेल कॉरपोरेशन से जुड़े अधिकारियों की मानें तो मेट्रो एक्सप्रेस लाइन का काम इसी साल 2021 से शुरू हो जाएगा और 2023 में एयरपोर्ट से पहली उड़ान के साथ ही मेट्रो ट्रेन भी इस लाइन पर दौड़ने लगेगी. पूरी मेट्रो एक्सप्रेस लाइन एलिवेटेड होगी. गौरतलब रहे कि रेल कॉरपोरेशन नोएडा से ग्रेटर नोएडा के बीच मेट्रो ट्रेन से लगने वाले वक्त को कम करने के लिए दिन में कुछ खास वक्त पर 10 स्टेशन के स्टॉप को कम कर चुका है.