भारतीय जनता पार्टी द्वारा शिवसेना सांसद संजय राउत को टीपू सुल्तान का समर्थक कहने के बाद महाराष्ट्र की सियासत गरमा गई है। अब इसे लेकर राउत ने एक बार फिर से भाजपा को घेरा है। राउत ने कहा कि राष्ट्रपति कोविंद ने कर्नाटक जाकर टीपू सुल्तान की प्रशंसा की थी कि वह एक ऐतिहासिक योद्धा, स्वतंत्रता सेनानी थे। तो क्या आप राष्ट्रपति का इस्तीफा भी मांगेंगे? भाजपा को इसे स्पष्ट करना चाहिए। उन्होंने कहा कि भाजपा वाले केवल ड्रामा कर रहे हैं। राउत ने कहा कि भाजपा वाले सवाल उठा रहे हैं कि खेल परिसर का नाम टीपू सुल्तान के नाम पर रखा गया है। वे लगातार हमारी पार्टी पर आरोप लगा रहे हैं पहले खुद की गिरेबां में झांक कर देखना चाहिए। यह सब उन्हें शोभा नहीं देता। राज्य सरकार निर्णय लेने में सक्षम है। नया इतिहास मत लिखो। आप दिल्ली में इतिहास बदलने की कोशिश जारी रख सकते हैं लेकिन आप सफल नहीं होंगे।
भाजपा को लगता है कि उन्हें ही इतिहास का ज्ञान है। सब नया इतिहास लिखने बैठे हैं, ये इतिहासकार इतिहास बदलने आए हैं। हम टीपू सुल्तान के बारे में जानते हैं, भाजपा से सीखने की जरूरत नहीं। दरअसल, महाराष्ट्र कांग्रेस नेता और मंत्री असलम शेख ने मुंबई की मुस्लिम बहुल मालवानी कॉलोनी में बने पार्क का नाम टीपू सुल्तान पर रखे जाने की वकालत की है। इसी को लेकर भाजपा उद्धव सरकार पर हमलावर हो गई है.
महाराष्ट्र में भाजपा विधायक आशीष शेलार ने 25 जनवरी को पलटवार करते हुए कहा था कि अगर आप अपने इतिहास को भूलकर सिर्फ सत्ता के लिए शरण लेने की तस्वीर देखना चाहते हैं, तो आपको ठाकरे के नेतृत्व वाली एमवीए सरकार की यह घटना देखनी चाहिए। टीपू सुल्तान ने भारत पर हमला किया था और ठाकरे सरकार का एक मंत्री उनके नाम पर कुछ स्थापित कर रहा है। शेलार ने कहा कि शिवसेना इस पर खामोश है, यह उनका पाखंड है और हम ऐसे कार्यक्रमों का विरोध करते हैं।