रूस-यूक्रेन युद्ध का कोई भी हल निकलता हुआ दिखाई नही दे रहा है। दोनों देशों के बीच चल रहे इस युद्ध का 27 दिन हो चुके हैं। रूस जहां एक तरफ कीव में दाखिल होने के साथ-साथ पूरी तरह से कब्जा करने में जुटा हुआ है। वही दूसरी तरफ एक बड़ा दावा रूसी सेना कि तरफ से किया गया है। दावा मारियुपोल पर कब्जा करने को लेकर है जो यूक्रेन के पूर्वी हिस्से में पड़ता है। कहा जा रहा है कि चेचन के लड़ाकों ने मारियुपोल पर पूरी तरह से कब्जा कर लिया है।
चेचन लड़ाकों का कहर मारियुपोल पर कहर बनकर टूटा है। इस बंदरगाह शहर में ज्यादातर इमारतें खंडर में तब्दील हो चुकी हैं। इस शहर पर भारी बमबारी की गई है। मारियुपोल नगर परिषद ने दावा किया है कि रूसी सैनिकों ने शहर में बड़ी संख्या में निवासियों को जबरन रूस भेज दिया है। इसमे ज्यादातर महिलाएं और बच्चें शामिल हैं और ये भी नही बताया जा रहा है कि इन लोगों को कहा लेकर जाया जा रहा है।
मारियुपोल पर हुए हमले कि यूक्रेन के राष्ट्रपति ने कड़े शब्दों में निंदा की है। राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंसकी ने कहा है कि मारियुपोल पर रूसी सैनिकों के द्वारा हुआ हमला इतिहास में दर्ज होगा। रूसी सैनियों ने मारियुपोल पर हमला करके युद्ध अपराध किया है। जेलेंसकी ने आगे कहा कि ‘एक शांतिपूर्ण शहर पर इतनी भयानक बर्बरता दिखाने पर इतिहास रूस को कभी माफ नही करेगा। यह एक ऐसा आंतक है जिसे आने वाली सदियों तक याद किया जाएगा।‘