रूस-यूक्रेन युद्ध से आम जन मानस को खतरा!

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Russia-Ukraine
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Ukraine और Russia ke बीच जंग जारी है. Ukraine से दिल दहला देने वाली विडियो और फोटोज आ रही हैं. पर क्या यह जंग जायज़ है महज़ एक ज़मीन के टुकड़े के लिए. युद्ध भले ही किसी देश की सेनाएं लड़तीं हों, लेकिन वहां की आम जनता भी इसकी भारी कीमत चुकाती है.

आज हम अपने Ukraine और रूस की जुंग के विषय को जारी रखेंगे और बात करेंगे इस युद्ध के दुष्परिणाम के बारे में और जानेंगे भारतीय छात्रों के मुश्किलों के बारे में जो इस वक़्त Ukraine में फंसे है.

Global economy को जिस संघर्ष की जरूरत नहीं थी, वह आखिरकार शुरू हो गया है। इससे inflation बढ़ सकती है, शेयर बाजारों में भारी गिरावट का दौर शुरू हो सकता है, और दुनिया में सभी के लिए परेशानी बढ़ सकती है।

यूक्रेन पर रूस के हमले और जवाब में पश्चिम की ओर से प्रतिबंध से पूरी दुनिया मंदी में घिर जाएगी.

रूस और Ukraine पर आक्रमण के बाद से ही कच्चे तेल,गोल्ड , डॉलर और क्रिप्टो करेंसी का बुरा हाल है.

अब बात करते है भारतीय छात्रो की  

रूस और यूक्रेन में युद्ध छिड़ जाने की वजह से भारतीयों (Indians) की मुश्किलें बढ़ गई हैं. दरअसल यूक्रेन में उत्तराखंड (Uttarakhand) हिमाचल प्रदेश (Himachal Pradesh), छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh), राजस्थान (Rajasthan) और महाराष्ट्र (Maharashtra) के बड़ी संख्या मं छात्र फंसें हुए हैं. ऐसे में इन राज्यों की सरकारों ने छात्रों के यूक्रेन (Ukraine) में फंसे होने को लेकर चिंता जताते हुए केंद्र से मदद की अपील की है ताकि इन छात्रों को वापस वतन लाया जा सके.

वहीं मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो यूक्रेन से भारत आने के लिए सामान्य दिनों में जो टिकट 23—25 हजार रुपये होती है। वहीं टिकट आज 60 हजार से लेकर 1 लाख तक में मिल रही है.Ukraine में अभी भी 18 हजार से ज्यादा भारतीय फंसे हुए हैं. 72 घंटे से ज्यादा हो चुके हैं जब भारतीयों को यूक्रेन से एयरलिफ्ट करने का ऑपरेशन शुरू किया गया था. हालांकि हमले के बाद इसे रोकना पड़ा था. वहीं यूक्रेन से भारतीयों को लेने के लिए रवाना हुई एयर इंडिया की फ्लाइट को वापस दिल्ली लौटना पड़ा था. हालांकि कल कीव से यूक्रेन इंटरनेशनल एयर लाइंस का एक विमान दिल्ली एयपोर्ट पर पहुंचा था. इस विमान में 182 भारतीय नागरिकों (ज्यादातर छात्र) को सुरक्षित भारत लाया गया था.

हालात ये हैं कि यूक्रेन से भारत आने के लिए सामान्य दिनों में जो टिकट 23—25 हजार रुपये होती है। वहीं टिकट आज 60 हजार से लेकर 1 लाख तक में मिल रही है.अभी तक कि सरकार ने विशेष फ्लाइट तो चला दी हैं, लेकिन एयरलिफ्ट मिशन शुरू नहीं किया है और सरकार एयरलिफ्ट की स्थिति बनने पर ही नागरिकों को मुफ्त लेकर आती है

हम आशा करते है भारत सरकार अपने नागरिको को बचाने के लिए फ्लाइट्स भेजेगी और जल्द से जल्द नागरिक सुरक्षित वापस अपने वतन लौटेंगे.