क्रिप्टो कोई मुद्रा नहीं, इसे अलग संपत्ति की तरह माना जाए -आरबीआई के पूर्व डिप्टी गवर्नर आर गांधी

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आरबीआई के पूर्व डिप्टी गवर्नर आर गांधी ने मंगलवार को कहा कि क्रिप्टो कोई मुद्रा नहीं है बल्कि इसे एक अलग संपत्ति वर्ग की तरह माना जाना चाहिए। इसका नियमन भी उसी रूप में किया जाना चाहिए। इससे दुनियाभर की सरकारों को आभासी मुद्राओं से जुड़ी अवैध गतिविधियों से प्रभावी ढंग से निपटने में मदद मिलेगी।

एक कार्यक्रम में आर गांधी ने कहा कि वर्षों की बहस के बाद लोग समझ गए हैं कि क्रिप्टो मुद्रा नहीं हो सकती है क्योंकि यह कानूनी रूप से वैध नहीं है। इसलिए कोई भी किसी अन्य व्यक्ति को क्रिप्टो स्वीकार करने के लिए बाध्य नहीं कर सकता।

उन्होंने कहा कि इसे एक भुगतान या एक वित्तीय साधन के रूप में भी नहीं स्वीकार करना चाहिए क्योंकि इसका कोई स्पष्ट जारीकर्ता नहीं है। पूर्व डिप्टी गवर्नर ने आशंका जताई कि नियमन के अभाव में इस आभासी संपत्ति का आपराधिक गतिविधियों के लिए उपयोग हो सकता है। 

देश का पाम तेल आयात मासिक आधार पर अगस्त में करीब 84 फीसदी बढ़कर 8.50 लाख टन पहुंच गया। एसएंडपी ग्लोबल प्लैट्स के मुताबिक, वर्तमान विपणन वर्ष 2020-21 (नवंबर-अक्बूतर) के दौरान यह किसी एक महीने में किया गया सबसे ज्यादा आयात है। इससे पहले जुलाई में 4,65,606 टन पाम तेल आयात किया गया था। ट्रांसग्राफ कंसल्टिंग के रिसर्च प्रमुख आदित्य जेरीपोटुला ने कहा कि आयात शुल्क में कटौती से पिछले महीने में आयात बढ़ा है।