पंजाब में तेज़ बरसात से घग्गर और टांगरी नदी का जल स्तर बढ़ा, मस्जिद की दीवार गिरने से एक की मौत

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घग्गर, टांगरी और मारकंडा नदियों में भारी बरसात के कारण बुधवार को पानी की मात्रा बढ़ गई। इसको लेकर पटियाला जिला प्रशासन पूरी तरह अलर्ट हो गया और इन नदियों में पानी के बहाव पर पूरी नजर रखी जा रही है। हालांकि फिलहाल घग्गर, टांगरी व मारकंडा नदियों में जलस्तर खतरे के निशान से नीचे है लेकिन इनमें पानी और बाढ़ के संभावित खतरे के रोकथाम के इंतजाम किए जा रहे हैं।

बुधवार को डीसी कुमार अमित और एसएसपी डॉ. संदीप गर्ग ने घग्गर, टांगरी नदी का जायजा लिया और लाछड़ू खुर्द, सराला हेड, माडू, टांगरी पुल और मीरांपुर चौ का दौरा किया। डीसी ने इस दौरान सराला कलां का जायजा लिया, जहां घग्गर पर पुल के नीचे पानी की सुचारु निकासी के लिए सफाई कराई गई है। इसके बाद वह सराला खुर्द गए, जहां घग्गर के बाईं तरफ नदी के तटबंधों पर पत्थर लगाए हैं। 

डीसी ने गांव माड़ू में घग्गर के पुल के नीचे दाईं तरफ बांध के काम जायजा लिया। इसके बाद उन्होंने देवीगढ़-पिहोवा रोड स्थित टांगरी और मीरांपुर चौ में पानी के स्तर का जायजा लिया। ड्रेनेज विभाग के एक्सईएन रमनदीप सिंह बैंस ने बताया कि इस समय घग्गर में भांखपुर में 23 हजार क्यूसिक और टांगरी में पिहोवा रोड पर 8465 क्यूसिक पानी बह रहा है। 

विभाग पूरी नजर बनाए हुए हैं। डीसी ने जल निकास विभाग को आदेश दिया कि आम नागरिकों की जान व माल की सुरक्षा के पूरे प्रबंध किए जाएं और किसी भी संभावित खतरे वाली स्थिति से निपटने की पूरी तैयारी रखी जाए। पानी आने की सूरत में बाढ़ कंट्रोल रूम पर जानकारी दी जा सकती है।

उधर, पटियाला के गांव मसींगन में बुधवार सुबह पीर की दरगाह पर सेवा करने वाले एक सेवादार की उस समय मौत हो गई, जब वह पुरानी मस्जिद के पास से गुजर रहा था। इस दौरान तेज बारिश के कारण मस्जिद की पुरानी दीवार गिर गई और नीचे दबने से उसकी मौत हो गई। 

जानकारी के मुताबिक गांव मसींगन में बुधवार सुबह करीब आठ बजे पीर की दरगाह के सेवादार कृष्ण राम जब सेवा करके अपने घर जा रहा था। इस दौरान रास्ते में मस्जिद की पुरानी दीवार बारिश के कारण उसके ऊपर आ गिरी। दीवार गिरने की आवाज सुनकर आसपास के कुछ लोग वहां पहुंचे। जिन्होंने गुरुद्वारा साहिब से अनाउंसमेंट कराई तो और लोग मौके पर पहुंचे। इसके बाद मलबे के नीचे से सेवादार को निकाला लेकिन तब तक उसकी मौत हो चुकी थी। 

गांव के सरपंच गुरनाम सिंह ने बताया कि सेवादार दरगाह पर सेवा करके घर चला जाता था। उसका एक बुजुर्ग पिता और एक मंदबुद्धि भाई है, जिनके लिए रोजी रोटी का प्रबंध सेवादार ही करता था। गांव के लोगों ने जिला प्रशासन से सेवादार के परिवार को आर्थिक मदद देने और मस्जिद की मरम्मत कराने की मांग की है। हादसे की सूचना पाकर थाना जुल्कां की पुलिस पार्टी भी मौके पर पहुंची।

गुरदासपुर में बुधवार को 33 एमएम बारिश हुई। बारिश से शहर के कई इलाकों और ग्रामीण क्षेत्र की सड़कों पर जलभराव हो गया। सड़कों और गलियों में जलभराव के कारण राहगीरों को आवागमन में परेशानी उठानी पड़ी। वहीं तिब्बड़ी रोड पर तीन स्थानों पर सड़क धंसने से नाग देवता मंदिर के पास एक ट्राला व घराला मोड़ के पास कार फंस गई। हालांकि ट्राले को मुश्किल से जेसीबी के माध्यम से वहां से निकाला गया। सड़क धंसने के कारण रूट डायवर्ट करना पड़ा। गुरदासपुर के तिब्बड़ी रोड चौक के पास घुटनों तक बारिश का पानी भरने से राहगीरों को परेशानी का सामना करना पड़ा।