अमर जवान ज्योति के विलय पर प्रियंका गांधी ने सरकार पर बोला हमला, कहा- लौ न बुझने की परंपरा का सम्मान जरूरी

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Priyanka gandhi attacks BJP

दिल्ली के इंडिया गेट (India Gate) पर जलने वाली अमर जवान ज्योति (Amar Jawan Jyoti) का शुक्रवार को नेशनल वॉर मेमोरियल में विलय कर दिया. अब यह ज्योति वॉर मेमोरियल में जलेगी. इसको लेकर विपक्ष का हमला जारी है. कांग्रेस सचिव महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा (Priyanka Gandhi Vadra) ने तंज कसते हुए कहा, मुझे सरकार की मंशा समझ में नहीं आती, हमारी जो परंपरा है अमर जवान ज्योति को नहीं बुझाना है, उसका तो सम्मान किया जाना चाहिए था.

कांग्रेस सहित तमाम विपक्षी पार्टियां इसका विरोध कर रही हैं.इस फैसले का कांग्रेस (Congress) के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने विरोध किया था. राहुल गांधी ने कहा था कि कुछ लोग देशप्रेम और बलिदान नहीं समझ सकते. अमर जवान ज्योति इंडिया गेट पर पिछले 50 साल से जल रही है.

राहुल गांधी ने क्या ट्वीट किया?

राहुल गांधी ने ट्वीट कर लिखा, ‘बहुत दुख की बात है कि हमारे वीर जवानों के लिए जो अमर ज्योति जलती थी, उसे आज बुझा दिया जाएगा. कुछ लोग देशप्रेम व बलिदान नहीं समझ सकते. कोई बात नहीं. हम अपने सैनिकों के लिए अमर जवान ज्योति एक बार फिर जलाएंगे.’

1972 में प्रज्वलित हुई ज्योति

इंडिया गेट स्मारक ब्रिटिश सरकार के समय 1921 में बनकर तैयार हुआ था. इंडिया गेट का निर्माण 1914-1921 के बीच अपनी जान गंवाने वाले ब्रिटिश भारतीय सैनिकों की याद में बनाया गया था. ये सभी जवान प्रथम विश्व युद्ध में ब्रिटिश हुकूमत के लिए लड़े थे. यहां करीब 13,000 से अधिक ब्रिटिश और भारतीय सैनिकों के नाम भी हैं. ये सभी अफगान युद्ध में मारे गए थे.

क्या है नेशनल वॉर

नेशनल वॉर मेमोरियल को स्वतंत्र भारत में देश के लिए अपनी जान गंवाने वाले सैनिकों की याद में 2019 में इंडिया गेट के करीब बनाया गया है. ये जनवरी 2019 में पूरा हुआ और 25 फरवरी 2019 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इसका उद्घाटन किया था. यहां पर चीन और पाकिस्तान के साथ युद्ध के अलावा 1961 में हुए गोवा युद्ध और श्रीलंका में चलाए गए ऑपरेशन पावन और भारतीय सेना द्वारा जम्मू-कश्मीर में चलाए गए विभिन्न ऑपरेशन में शहीद हुए सैनिकों के नाम सुनहरे अक्षरों में अंकित हैं.

1972 में इसके उद्घाटन के बाद से ही हर साल 26 जनवरी को गणतंत्र दिवस परेड से पहले प्रधानमंत्री, राष्ट्रपति और थल, जल और वायु सेनाओं के प्रमुख अमर जवान ज्योति पर शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित करते हैं. लेकिन 2019 में नेशनल वॉर मेमोरियल बनने के बाद 2020 से ही गणतंत्र दिवस के अवसर पर अमर जवान ज्योति की जगह नेशनल वॉर मेमोरियल पर श्रद्धांजलि देने की प्रथा शुरू हो गई है.