अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन के बयान से भड़के उत्तर कोरिया ने कहा कि उनकी टिप्पणियां उकसावे वाली हैं। बाइडन ने उत्तर कोरिया के हालिया मिसाइल परीक्षणों की आलोचना की थी और यह चेताया था कि अगर उसने तनाव बढ़ाया तो परिणाम भुगतने के लिए तैयार रहे। उत्तर कोरिया की सरकारी कोरिया सेंट्रल न्यूज एजेंसी (केसीएनए) ने शनिवार को वरिष्ठ अधिकारी री प्योंग चोल की ओर से जारी बयान के हवाले से कहा कि राष्ट्रपति बाइडन की टिप्पणियां भड़काऊ और उत्तर कोरिया की आत्मरक्षा के अधिकारों का अतिक्रमण है।
उत्तर कोरिया अपनी सैन्य ताकत बढ़ाने के लिए कदम बढ़ाना जारी रखेगा। बाइडन ने गुरुवार को पत्रकारों से कहा था, ‘हम अपने सहयोगी देशों के साथ विचार-विमर्श कर रहे हैं। अगर उन्होंने तनाव के रास्ते को अपनाया तो हम उसी अनुसार जवाब देंगे।’ उत्तर कोरिया ने गुरुवार को नई गाइडेड मिसाइलों का परीक्षण किया था। केसीएनए ने बताया था कि दो गाइडेड मिसाइलें गुरुवार को लक्ष्य भेदने में पूरी तरह सफल रहीं। जबकि जापानी अधिकारियों ने बताया था कि उत्तर कोरिया ने दो बैलिस्टिक मिसाइलों का परीक्षण किया।
विशेषज्ञों का मानना है कि उत्तर कोरिया बाइडन प्रशासन पर दबाव बनाने के लिए इस तरह की हरकत कर रहा है, ताकि आने वाले समय में दोनों देशों के बीच किसी तरह की बातचीत होने पर फायदा उठाया जा सके। हालांकि दोनों में वर्ष 2019 से परमाणु वार्ता रुकी हुई है। अमेरिका के तत्कालीन राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और उत्तर कोरिया के सर्वोच्च नेता किम जोंग उन के बीच तीन बार मुलाकात हुई थी लेकिन किसी तरह की बात नहीं बनी थी। साल 2019 में हुई वार्ता में अमेरिका ने उत्तर कोरिया की प्रतिबंधों को हटाने की मांग को खारिज कर दिया था। उत्तर कोरिया ने अभी तक बाइडन प्रशासन की बातचीत की कोशिशों को नजरअंदाज किया है।