किसान आंदोलन को अहम् मुद्दा बनाकर राष्‍ट्रपति कोविंद से मिलेंगे विपक्ष के नेता

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कृषि कानूनों के विरोध की लहर देश में फैली हुई है। केंद्र के साथ किसान नेताओं के वार्ता का दौर जारी है। इस क्रम में बुधवार को विपक्षी नेताओं का एक दल राष्‍ट्रपति रामनाथ कोविंद (President Ramnath Kovind) से मुलाकात करेगा। इन विपक्षी नेताओं में शरद पवार (Sharad Pawar) , सीताराम येचुरी (Sitaram Yechuri), राहुल गांधी (Rahul Gandhi) भी शामिल हैं। इन्‍होंने किसान आंदोलन को लेकर उनसे मिलने का समय मांगा था।

बता दें कि आज किसानों के आंदोलन का चौदहवां दिन है और आज केंद्र के साथ किसान नेताओं के छठे राउंड की वार्ता होने वाली थी जिसे टाल दिया गया है। दरअसल, सरकार की ओर से आज किसानों को लिखित प्रस्‍ताव दिया जाएगा जिसपर वे विचार करेंगे।

सीपीआई(एम) नेता सीताराम येचुरी ने बताया था कि विपक्षी दलों का एक संयुक्त प्रतिनिधिमंडल बुधवार शाम 5 बजे राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद से मिलेगा। उन्होंने कहा,’प्रतिनिधिमंडल में राहुल गांधी, शरद पवार और अन्य शामिल होंगे। COVID-19 प्रोटोकॉल के कारण केवल 5 लोगों को मिलने की अनुमति दी गई है।’

राष्ट्रपति कोविंद से मिलने से पहले ये सभी विपक्षी दल के नेता कृषि कानूनों पर एकसमान रुख तैयार करेंगे। इस मुलकात के लिए विपक्षी दलों में एनसीपी, कांग्रेस, कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ इंडिया (मार्क्सिस्ट) कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ इंडिया (माले), कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ इंडिया (सीपीआई), द्रविड़ मुनेत्र कड़गम (डीएमके) और तृणमूल कांग्रेस शामिल हैं। इस सभी दलों ने किसानों के ‘भारत बंद’ का समर्थन किया था।

8 दिसंबर को भारत बंद की मियाद खत्‍म होने के बाद गृहमंत्री अमित शाह (Union Home Minister Amit Shah) ने भी किसान नेताओं से मुलाकात की लेकिन अब तक कोई ठोस समाधान नहीं निकल पाया है। गृहमंत्री के साथ हुई बैठक के बाद मंगलवार देर रात अख‍िल भारतीय किसान सभा के महासचिव हन्नान मुल्ला ने बताया कि कि बुधवार को सरकार और किसानों के बीच होने वाली छठे राउंड की वार्ता को रद कर दिया