अमेरिका में हिंसा पर PM मोदी ने जताई चिंता, कहा- शांति से होना चाहिए सत्ता का हस्तांतरण

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    अमेरिकी कांग्रेस में गुरुवार को राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के समर्थकों ने इलेक्टोरल कॉलेज  वोटों को प्रमाणित करने के लिए हुई बैठक को लेकर जमकर हंगामा किया। निवर्तमान राष्ट्रपति के समर्थकों के हंगामे और हिंसा के कारण स्थिति बिगड़ी और वाशिंगटन डीसी में कर्फ्यू लगाना पड़ा। हंगामे के दौरान ट्रंप समर्थकों की पुलिस से भी झड़प हो गई। इसमें गोली लगने के कारण एक महिला की मौत हो गई है। इस घटनाक्रम पर भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपनी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा कि मैं हिंसा की खबरें देखकर परेशान हूं।

    अमेरिकी हिंसा पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्वीट कर कहा, ‘वॉशिंगटन डीसी में दंगों और हिंसा के बारे में जानकर परेशान हूं। सत्ता का शांतिपूर्ण और व्यवस्थित तरीके से हस्तांतरण जारी रहना चाहिए। लोकतांत्रिक प्रक्रिया को गैरकानूनी विरोध-प्रदर्शन के माध्यम से प्रभावित नहीं होने दिया जा सकता है।’

    दरअसल, कैपिटल के भीतर यह घोषणा की गई कि बाहरी सुरक्षा खतरे के कारण कोई व्यक्ति कैपिटोल परिसर से बाहर या उसके भीतर नहीं जा सकता। जब नवनिर्वाचित राष्ट्रपति जो बाइडन की जीत को प्रमाणित करने के लिए सांसद संसद के संयुक्त सत्र के लिए कैपिटोल के भीतर बैठे थे, तभी यूएस (अमेरिका) कैपिटोल पुलिस ने इसके भीतर सुरक्षा के उल्लंघन की घोषणा की।

    कैपिटल के बाहर पुलिस और ट्रंप समर्थकों के बीच झड़प हुई। प्रदर्शनकारियों ने कैपिटल की सीढ़ियों के नीचे लगे अवरोधक तोड़ दिए। कैपिटल पुलिस ने बताया कि इलाके में एक संदिग्ध पैकेट भी मिला है। राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने संसद का संयुक्त सत्र शुरू होने से ठीक पहले कहा कि वह चुनाव में हार को स्वीकार नहीं करेंगे। उन्होंने आरोप लगाया कि इसमें धांधली हुई है और यह धांधली उनके डेमोक्रेटिक प्रतिद्वंद्वी जो बाइडन के लिए की गई, जो नवनिर्वाचित राष्ट्रपति हैं। ट्रंप ने वाशिंगटन डीसी में अपने हजारों समर्थकों को संबोधित करते हुए कहा कि जब धांधली हुई हो तब आपको अपनी हार स्वीकार नहीं करनी चाहिए। ट्रंप ने एक घंटे से अधिक के अपने भाषण में दावा किया कि उन्होंने इस चुनाव में शानदार जीत हासिल की है।